मणिमहेश न्यास को इस मंदिर से होती है सबसे अधिक आय !

रोजाना24,चम्बा : मणिमहेश यात्रा केवल पुन्य लाभ ही नहीं देती बल्कि यह मणिमहेश न्यास की आय का मुख्य स्रोत भी है.

और न्यास की आय में सबसे अधिक योगदान भरमाणी मंदिर परिसर में स्थापित दान पात्रों से प्राप्त दानराशी का है. मणिमहेश न्यास ने इस यात्रा से दौरान दो बार भरमाणी माता मंदिर परिसर में रखे दान पात्र से  89.56 हजार की दा राशी प्राप्त की है.

न्यास की टीम ने इससे पूर्व 09 जुलाई को भरमाणी माता मंदिर के दान पात्रों से दानराशी निकाली थी.इसी माह इस मंदिर के दान पात्रों को तीन बार खोला गया है.इससे पूर्व 16 अगस्त को 52.62 हजार रुपये,24 अगस्त को 1.21 लाख रुपये की राशी प्राप्त की थी.इसके अलावा मणिमहेश न्यास ने गत दिवस चौरासी मंदिर परिसर के दान पात्रों से 18.96 हजार रुपये की दानराशी हासिल की थी.

गौरतलब है कि भरमौर के तमाम मंदिरों में से भरमाणी माता के दानपात्र न्यास को सबसे ज्यादा राजस्व एकत्रित करके देते हैं.

इस दौरान मणिमहेश यात्रा के दौरान हड़सर से मणिमहेश तक के मार्ग में लगी अस्थाई दुकानों से भी 1.33 लाख रुपये की राशी एकत्रित की है.

इस प्रकार मात्र चार दिनों में मणिमहेश न्यास ने करीब 04 लाख रुपये का राजस्व एकत्रित कर लिया है.जिसमें से भरमांणी माता मंदिर से प्राप्त दानराशी करीब 03 लाख रुपये है.न्यास को आशा है कि आने वाले दिनों में इस मंदिर से करीब चार लाख रुपये की दान राशी प्राप्त होगी.क्योंकि यात्रा के अभी दस दिन बाकि हैं.