प्रशासन ने मंदिर परिसर से अपने ही दानपात्र किए जब्त ?

रोजाना24,चम्बा :चम्बा जिला के भरमौर क्षेत्र के प्रसिद्ध भरमाणी मंदिर परिसर से भरमौर प्रशासन द्वारा आज दो दान पात्रों को जब्त किया गया.तहसीलदार केशव सिंह की अगुआई वाली टीम ने भरमाणी मंदिर परिसर में रखे दो दान पात्रों को वहां से यह कह कर जब्त कर लिया कि यह दान पात्र अवैध हैं.तहसीलदार पुलिस दस्ते के साथ दानपात्रों को जब्त करने मंदिर  परिसर में पहुंचे थे.उन्होंने कहा कि यह दान पात्र मंदिर कमेटी ने रखे हैं जो कि अवैध हैं.इस दौरान वहां मणिमहेश न्यास के दान पात्र रख दिए.

उधर इस बारे में भरमाणी मंदिर विकास कमेटी प्रधान मुंशी राम से इस बारे में पूछा गया को उन्होंने कहा कि जब से मणिमहेश न्यास का गठन किया गया है तब से उन्होंने दान पात्र न्यास के सुपुर्द कर दिये हैं.और मणिमहेश न्यास ही इन दान पात्रों से दानराशी निकालता है.बीते वर्ष भी मणिहेश यात्रा के दौरान मंदिर कमेटी द्वारा न्यास को सौंपे दान पात्र से तीन लाख रुपये से अधिक की दान राशी मणिमहेश न्यास ने निकाली थी.उन्होंने कहा कि उन्हे समझ नहीं आई कि अपने ही दान पात्रों को न्यास जब्त क्यों कर रहा है.

भरमाणी मंदिर परिसर में उस वक्त मौजूद लोगों को तहसीलदार ने कहा कि मोती राम नामक व्यक्ति ने वहां से दानपात्र हटाने के लिए प्रशासन से मांग की है.

वहीं कुछ ग्रामीणों ने तो यहां तक कह दिया कि न्यास अधिकारियों की इतनी हिम्मत नहीं है कि वे दान पात्रों को मंदिर में स्थापित कर सकें.उन्हें तो मणिमहेश यात्रा सामने दिखते ही दान पात्रों की याद आती है.स्थानीय लोगों ने कहा कि मणिमहेश न्यास अगर धार्मिक विकास करने के लिए आय बढ़ाना चाहता है तो वह दान पात्रों को मंदिरों के भीतर स्थापित कर सीसीटीवी से निगरानी करे.

गौरतलब है कि भरमाणी मंदिर परिसर के सराय भवन में दान पात्रों का ढेर लगा कर रखा गया है.अगर यह दान पात्र सारा साल मंदिर के भीतर रखे गए होते तो अब तक न्यास को लाखों रुपये की दानराशी प्राप्त हो चुकी होती.