रोजाना24,शिमला : आईजीएमसी शिमला में दर्द निवारक दवाईयों की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए संस्थान के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज पखरेटिया ने रोजाना24 से कहा कि स्वास्थ्य संस्थान में दवाइयां आधारभूत जरूरत होती हैं इनके बिना अस्पताल का काम ठप्प पड़ जाता है.इसलिए अस्पताल प्रबंधन कभी दवाइयों की कमी नहीं होने देता.उन्होंने कहा कि हाल ही में संस्थान दर्द निवारक दवाइयों की कमी के बारे में समाचार प्रकाशित हुआ है.जिसमें तथ्यों को नहीं देखा गया.उन्होंने कहा कि यह राज्य का सबसे बड़ा संस्थान है प्रशासन ईलाज के लिए जरूरी हर दवाई की मात्रा पर पूरी नजर रखता है.संस्थान में पुरानी दवाई समाप्त होने से पूर्व ही नया स्टॉक पहुंच जाता है.अभी यहां रेबीज की चार हजार शीशियां भी पहुंच गई हैं हालांकि रेबीज की दवाई की मात्रा यहां पूरी करह समाप्त नहीं हुई थी लेकिन आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन हर कमी पर पूरी नजर रखता है.
उन्होंने कहा कि मीडिया में अधूरे सच की रिपोर्ट छपने से मरीजों व घायलों को उपचार करवाने में दिक्कतें आती हैं.