हवाओं के थपेड़े,रावी का बहाव,टूटे हुए इस सेतु पर…बाबू जी नहीं चलना !

रोजाना24,चम्बा :जनजातीय क्षेत्र भरमौर के सियूंर पंचायत में रावी नदी पर बने वर्षों पुराने जीप योग्य लकड़ी के पुल के टूट जाने से परेशान लोगों में रोष बढ़ रहा है.इस पुल को यूं तो भरमौर खड़ामुख सड़क मार्ग का विकल्प भी माना जाता है.लेकिन यह पुल ग्राम पंचायत सांह,सियूंर,ग्रीमा के लोगों के लिए वर्षों से वरदान की तरह कार्य कर रहा है.इस क्षेत्र के लोग हल्का सामान ढोने के लिए इस पुल का उपयोग करते हैं.

प्रशासन व विभाग भी मानता है कि डेढ माह पूर्व ठेकेदार द्वारा सड़क मार्ग की चौड़ाई के कार्य के दौरान लापरवाह तरीके से की गई ब्लास्टिंग करने से यह पुल टूट गया है.जिस कारण इस पुल से जहां लोगों की आवाजाही रुक गई है.वहीं लोगों को राशन व अन्य खाद्य सामग्री ढोने का रास्ता भी बंद हो गया है.

ग्राम पंचायत सियूंर ने इस संदर्भ में आज पंचायत की आम बैठक बुला कर पुल की शीघ्र मुरम्मत करने का प्रस्ताव पारित कर क्षेत्र के विधायक जिया लाल कपूर को भेज दिया.पंचायत प्रधान दुनी चंद ने कहा कि पंचायत यातायात से जोड़ने के लिए एक ओर ग्रीमा की ओर से रोड़ बंद है तो दूसरी ओर पुल टूट जाने से लोग मुसीबत में हैं.बीमारी अथवा किसी अन्य आपात स्थिति में लोगों को अस्पताल तक पहुंचाना मुश्किल है.वहीं पंचायत में खाद्य सामग्री की भी कमी पड़ गई है.

पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद लोनिवि भी हाथ धरे नहीं बैठा .विभागीय अधिकारी लगातार इस पर कार्य कर रहे हैं. लेकिन चुनाव आचार सहिंता ने पुल की मुरम्मत कार्य को लगभग रोक दिया है.इस बारे में लो नि वि के सहायक अभियंता गरोला उपमंडल ने कहा कि पुल की मुरम्मत के लिए सरकार से मंजूरी मिल चुकी है.लेकिन चुनाव आचार सहिंता के कारण वन निगम से लकड़ी का टैंडर नहीं हो पा रहा है.उन्होंने कहा कि जब तक मुरम्मत का स्थाई कार्य शुरू नहीं होता विभाग अपने स्तर पर पुल पर सुरक्षित आवाजाही की व्यवस्था मुहैया करवाने का प्रयास कर रहा है.

गौरतलब है कि इस समय पुल पर लकड़ी के डंडे, शटरिंग की प्लेटें,टीन चादरें व कुछ आड़े टेढे  फट्टे लगाकर पुल को लोगों की आवाजाही के लिए तैयार किया गया है.हालांकि लोग इसे जोखिम भरा मान रहे हैं लेकिन लोग इसका प्रयोग करने के लिए मजबूर भी हैं.

उधर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी भरमौर पृथी पाल सिंह ने भी इस मामले में लोनिवि को जल्द कार्य पूरा करने के निर्देश देते हुए कार्य की प्रगति रिपोर्ट से शिकायत कर्ता को अवगत करवाने के निर्देश दिए हैं.