रोजाना24,शिमला : प्रदेश की राजधानी शिमला में पार्किंग कितनी बड़ी समस्या है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राजधानी मुख्यालय के आठ दस किमी के दायरे में वाहन सड़क के किनारे पार्क किए हुए दिख जाएंगे. कार्यालयों के पास तो पार्किंग की समस्या सबसे अधिक जिनमें आईजीएमसी संस्थान एक है.प्रदेश भर के बीमार लोगों के यहां उपचार के लिए लाया जाता है.मरीज को तो अस्पताल परिसर मैं बिठा दिया जाता है लेकिन तीमारदारों को वाहन पार्क करने के लिए जगह तक नहीं मिलती.जहां खाली सड़क या अन्य स्थान मिले वहां वाहन को खड़ा करके लोग स्वयं व यातायात व्यवस्था को परेशानी में डालने को मजबूर हैं.
लेकिन इन में से एक वर्ग ऐसा भी है जो आईजीएमसी परिसर को अपने निजि पार्किंग स्थल की तरह प्रयोग कर रहा है.कई वाहन तो महीनों तक परिसर में खड़े रहते हैं जिस कारण संस्थान में कर्मचारियों को काम करने में परेशानी हो रही है.
इस परिसर में लम्बे अर्से से खड़े वाहनों को संस्थान के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने आज शाम तक हटाने के निर्देश दिए हैं.अगर इन निजि वाहनों को आज18 मार्च शाम पांच बजे तक नहीं हटाया गया तो आईजीएमसी प्रशासन इन्हें पुलिस कस्टडी में भेज देगा.