रोजाना24,चम्बा : जनजातीय क्षेत्र भरमौर को शेष विश्व से जोड़ने वाला एक मात्र सड़क मार्ग यूं तो बीते वर्ष सितम्बर के लौटते मानसून की तबाही के बाद से ही बदहाल है लेकिन इस वर्ष सात फरवरी को हुए हिमपात व वर्षा के कारण हुए नुक्सान के बाद से यातायात के लिए समस्या बना हुआ है.पिछले माह से इस सड़क मार्ग पर बसें नहीं चली हैं.लोग टैक्सी चालकों व निजि वाहनों में सवारियां ढोने वाले चालकों के मन माफिक किराए चुकाने के लिए मजबूर हैं.बग्गा से भरमौर की ओर बढ़ते हुुुए धरवाला, सुनारा,लिहल,बतोट,दुनाली,गैहरा,लूणा,छतराड़़ी,दुर्गठी, ढकोग,तरेला, खड़ामुख,गरोला,लामू,चन्हौता, होली,दियोल, नयाग्राम,भरमौर,हड़सर,कुगति,चोबिया,सुप्पा,हरछूू आदि बस रूटोंं पर कोई बस नहीं चल रही जिस कारण यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.विशेषकर दसवीं व बाहरवीं की वार्षिक परीक्षा देने के लिए स्कूली बच्चों को समय पर यातायात के साधन नहीं मिल पा रहे हैं. निगम के छोटेे वाहनों की व्यस्वथा की जानी चाहिए.
लोगों का कहना है कि इसका अस्थाई समाधान परिवहन निगम द्वारा इस सड़क मार्ग पर छोटे यात्री वाहन चलाने की व्यवस्था करना था.प्रदेश युकां महासचिव व नूरपुर जिला प्रभारी सुरेश ठाकुर,राजीव गांधी पंचायती राज जिला उपाध्यक्ष शिव चरण कपूर का कहना है कि सरकार ने चम्बा जिला के लोगों को उनके बुरे वक्त में हालात से लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया है.उन्होने कहा कि सरकार ने अगर दूरदर्शिता से फैसला लेकर निर्देश दिए होते तो परिवहन निगम सड़क मार्ग बंद होने के तुरंत बाद छोटे यात्री वाहन इस सड़क मार्ग पर उतार सकता था.जिससे लोग निश्चिंत होकर यात्रा कर सकते थे.लेकिन यातायात अव्यवस्था के एक माह बाद भी न तो निगम न जिला प्रशासन व न ही सरकार को इस बारे में कोई ख्याल आया.बड़े वाहनों के लिए बंद व पहाड़ियों से पत्थर बरसाती इस सड़क मार्ग पर यात्रियों को उनके निर्णय पर छोड़ दिया गया.उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक लाभ के लिए की गई टिप्पणी नहीं बल्कि सार्वजनिक सच है.
बग्गा-भरमौर होली सड़क मार्ग पर निगम के छोटे यात्री वाहन चलाने के विषय पर परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक सुभाष रणोतरा ने कहा कि निगम के पास छोटे यात्री मौजूद नहीं हैं.अगर प्रशासन वाहनों की व्यवस्था कर दे तो काम बन सकता है.
गौरतलब है कि बग्गा एनएचपीसी डैम साईट से लेकर तिरलोचन महादेव तक के सड़क मार्ग की हालत बेहद खराब हो चुकी है.माना जा रहा है कि अभी तो एनएचपीसी द्वारा डंगा लगाने का कार्य पूरा नहीं हो पा रहा.जबकि इसके बाद भरमौर की ओर की सड़क मार्ग के बहुत बड़े हिस्से को नए सिरे से बनाया जाएगा.अगर एनएच प्रबंधन ने अतिरक्त मशानरी व कर्मचारियों की व्यवस्था न की तो भरमौर तक बस पहुंचने में पूरा मार्च माह बीत सकता है.