रोजाना24,शिमला : प्रदेश में स्वाईन फ्लू का फैलना रुकता नहीं दिख रहा.प्रदेश भर में अब तक पचास से अधिक मामले सामने आ चुके हैं.जिनमें से पांच संक्रमित मरीजों की मृत्यु भी हो चुकी है.स्वास्थ्य मंत्रालय सहित स्वास्थ्य विभाग लोगों को स्वाईन फ्लू से बचने के लिए कई बार एडवाईजरी भी जारी कर चुका है लेकिन.एन1एच1 के वायरस से ग्रसित नये मामले सामने आ ही रहे हैं.
आईजीएमसी शिमला में स्वाईन फ्लू पॉजिटिव के पांच नये मामले सामने आए हैं.जिनका उपचार इस संस्थान में शुरू कर दिया गया है.इस स्वास्थ्य संस्थान में स्वाईन फ्लू के अभी 21 मरीजों का उपचार चल रहा है.
इस बारे में जब विभागीय टिप्पणी के लिए संस्थान के अधिकारियों से पूछा गया तो संस्थान के मुख्या चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने नये मामलों की पुष्टि करते हुए कहा कि अस्पताल में मरीजों की जांच के दौरान स्वाईन फ्लू के पांच नये मामले सामने आए हैं.उन्होंने कहा कि मरीजों की हालत नियंत्रण में है.मरीजों के उपचार के लिए नियमानुसार दवाईयां दी जा रही हैं.उन्होंने कहा कि इस विषय को लेकर हौवा नहीं बनाया जाना चाहिए मरीजों का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इस वायरस से बचने के लिए लोगों को जागरूक होना होगा.लोगों को स्वास्थ्य मंत्रालय व आईजीएमसी के बोर्ड द्वारा जारी की गई एडवायजरी के अनुसार सावधानियां बरतनी होंगी.
माना जा रहा है कि लोगों को सामान्य बुखार सर्दी व स्वाईन फ्लू के लक्षणों में अंतर न कर पाने के कारण यह बीमार व्यक्ति अन्य लोगों को भी संक्रमित कर रहे हैं.जिस कारण एन1एच1 के पॉजिटिव मामले लगातार सामने आ रहे हैं.वहीं हो यह भी सकता है कि बहुत से पॉजिटिव मामलों वाले मरीज घर पर ही उपचार करवा रहे हों और वे परिवार अथवा आसपड़ोस के लोगों को भी संक्रमित कर रहे हों.सरकार को इस एंगल से भी गम्भीरता से सोचकर फैसला लेना होगा.