रोजाना24,चम्बा :- भरमाणी माता मंदिर परिसर में लंगर सेवा समिति द्वारा फेंके गए बासी भोजन से मलकौता गांव में एक बैल की मृत्यु तीन अन्य मवेशी हुए बीमार .
मणिमहेश यात्रा के दौरान लंगर सेवा समितियों द्वारा नियमों की अवहेलना के चलते मलकौता गांव के लक्षमण दास के एक बैल की मृत्यु हो गई है.वहीं तीन अन्य मवेशी बीमार हो गए हैं.भरमाणी माता मंदिर परिसर के पास लगे लंगर में बचे बासी भोजन को पास ही खेतों में फेंका जा रहा है जिसे वहां चरने वाले मवेशी खाकर बीमार हो रहे हैं.मलकौता निवासी लक्षमण दास ने सहा कि तीन दिन पूर्व उनके बैल ने वहां लंगर द्वारा फेंका गया खाना खाया था जिस कारण वह बीमार हो गया और पिछले कल उसकी मृत्यु हो गई.वहीं इसी गांव के शिव कुमार ने कहा कि गांव में तीन चार अन्य मवेशी लंगर का बासी खाना खाने से बीमार हो गए हैं.
लक्षमण दास ने कहा कि भरमाणी के पास लंगर लगाए जाने का विरोध भी किया गया था लेकिन प्रशासन ने विरोध के कारणों को समझने बावजूद यहां लंगर लगाने की अनुमति दे दी.उन्होंने कहा कि उनके बैल की मृत्यु से उनके आर्थिक व मानसिक नुक्सान का मुआवजा दिलवाया जाए.
उधर इस बारे में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी पृथीपाल सिंह ने कहा कि घटना की जानकारी उनके पास पहुंच चुकी है.वे इस संदर्भ में लंगर की व्यवस्था की रिपोर्ट तलब करेंगे और दोषी लंगर समितियों के विरुद्ध एफआईआऱ दर्ज करवाई जाएगी.उन्होंने कहा कि लंगर सेवा समितियों ने जिन शर्तों पर लंगर लगाने की अनुमति ली थी उन शर्तों पर समझौता स्वीकार नहीं होगा.