नाप लिए अवैध कब्जे,हटाने की शुरू होगी कबायद !

भरमौर -: राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण ने एनएच 154ए के अंतर्गत आने वाली भूमि की पैमाईश का कार्य किया। एनएच के अधिकारियों व राजस्व विभाग के अधिकारियों व फील्ड स्टाफ ने पूरे दल बल के सड़क मार्ग की पैमाईश पुराना बस अड्डा से लेकर गोरपटा व पट्टी की तरफ पैमाइश की।इस भाग में पैमाईश के दौरान राजस्व विभाग के फीते ने उस जमीन व भवनों को भी नाप डाला जो कि अवैध रूप से प्राधिकरण की भूमि पर कब्जा किए हुए हैं. या लोगों की अपनी मिल्कियत भूमि पर बने है। ददवां से लेकर पट्टी तक कुछ मकान नए भी बने है जो हाल के ही कुछ माह में निर्मित हुए हैं जबकि यह सर्वविदित था कि पठानकोट से भरमौर के राष्ट्रीय उच्च मार्ग का निर्माण कार्य शुरु होने वाला है मंगलवार शाम तक राजस्व विभाग ने पैमाईश की जिस दौरान सड़क के दोनों ओर प्राधिकरण की भूमि की निशानदेही की।प्राधिकरण निशानदेही की पूरी विडीयो व फोटो ग्राफी कर रिकॉर्ड सुरक्षित रख रहा है.निशानदेही के बाद प्राधिकरण के फीते की जद में आए अवैध कब्जाधारकों के हाथ पैर वेशक फूलेंगे मगर जिन लोगों की अपनी भूमि पर मकान है उन्हें तो कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। जिन लोगों ने नेशनल हाईवे घोषित होने के बाद निर्माण कार्य किये है उन के चेहरों पर चिंता की लकीरें खिंचना स्वभाविक है।इन लोगों को उम्मीद थी कि भरमौर से ददवां के बीच माल रोड़ बनने के कारण उनके कब्जों पर कोई कार्यवाही नहीं होगी.अब जबकि एनएच अधिकारियों ने अपनी सक्रियता दिखानी शुरू की है तो सोलन में अवैध कब्जे हटाने की मुहिम का उदाहरण भी ताजा हो रहा जहां सरकार की मंशा को भांपते हुए अवैध कब्जा धारकों को स्वयं अपने अैध कब्धिजे गिराने के लिए विवश हेना पड़ा है.प्राधिकरण के लिए भूमि की पैमाईश का जिम्मा सम्भाले नायब तहसीलदार फकीर चंद ने कहा कि काफी जगह सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे बीस फुट से अधिक तक हैं जबकि अभी पैमाईश जारी है.

उधर एनएच केअधिशाषी अभियंता दिवाकर पठानिया ने कहा कि निशानदेही का कार्य शुरू किया गया है.इसके बाद ही आगामी कार्यवाही सरकारी मापदण्डों के अनुसार होती है.