कुल्लू, 03 मई – जिला उपायुक्त तोरुल एस. रवीश ने शनिवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) और 1 HP एयर स्क्वाड्रन एनसीसी कुल्लू द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्यातिथि के रूप में भाग लिया। यह कार्यक्रम युवाओं व सरकारी कर्मियों को ड्रोन तकनीक में दक्षता प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
समारोह को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने एनसीसी, IIT मंडी और NIT हमीरपुर के विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने एनसीसी कैडेट्स, इंस्ट्रक्टर्स और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को नशे जैसी सामाजिक बुराइयों से दूर रखने के साथ-साथ नई तकनीकों की ओर प्रेरित भी करते हैं।

आपदा प्रबंधन में ड्रोन तकनीक का बढ़ता महत्व
उपायुक्त रवीश ने कहा कि ड्रोन तकनीक आज के दौर में आपदा प्रबंधन में एक अहम उपकरण बन चुकी है। खोज एवं बचाव, नुकसान का आकलन, और निगरानी जैसे कार्यों में इसका प्रयोग बेहद कारगर साबित हो रहा है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आपदा से संबंधित विभागों को इस तकनीक की जानकारी होनी चाहिए ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई संभव हो सके।
उन्होंने कहा, “हमारे विद्यार्थियों के लिए यह प्रशिक्षण रोजगार और नवाचार के नए द्वार खोल सकता है। ड्रोन तकनीक में भविष्य की असीम संभावनाएं हैं और ऐसे कार्यक्रम उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का वितरण
इस अवसर पर उपायुक्त ने प्रशिक्षण में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें ड्रोन के संचालन, रखरखाव, उड़ान नियमों और आपदा में उपयोग के व्यावहारिक पहलुओं की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में उपस्थित जिला राजस्व अधिकारी डॉ. गणेश, विंग कमांडर कुणाल शर्मा, IIT मंडी और NIT हमीरपुर के विशेषज्ञ, डीडीएमए के अधिकारी, विभिन्न विभागों के कर्मचारी और एनसीसी कैडेट्स ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भागीदारी निभाई।
उपायुक्त ने इस संयुक्त प्रयास के लिए एनसीसी और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सराहना करते हुए कहा कि भविष्य में भी ऐसे तकनीकी प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाना चाहिए ताकि प्रशासन और युवाओं को तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का अवसर मिल सके।