चम्बा -: मेहमानों के स्वागत के लिए राहों में फूल बिछाने के बारे में तो आपने बहुत पढ़ा होगा लेकिन रास्ते में गन्दगी फैला कर स्वागत के बारे में आपने शायद ही सुना हो.
हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल भरमौर के भरमाणी माता मंदिर के लिए बने बाड़ी मलकौता पैदल मार्ग पर ऐसे हालात जगह जगह देखने को मिल जाते हैं.इस रास्ते में कहीं गोबर फैला कर सुखाया जा रहा है तो कहीं घरों से निकलने वाले गंदे पानी की निकासी मार्ग पर खोल दी गई है.रास्ते में फैलाई गोबर व गंदे पानी के कारण भरमाणी माता मंदिर जाने वाले सैकड़ों मणिमहेश यात्रियों व स्थानीय लोगों को प्रतिदिन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. गौरतलब है कि इस मार्ग पर मलकौता व बाड़ी गांव बसते हैं जहां ग्रामीण पशुधन रखते हैं.कई ग्रामीण पशुओं के गोबर को वैज्ञानिक तरीके से खाद में बदलने के बजाए रास्ते पर सुखाने के लिए बिछा देते हैं जिसकी बदबू व प्राण घातक बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया लोगों को बीमार बना सकते हैं.
भरमाणी माता मंदिर के लिए बने इस पैदल मार्ग पर एक ओर लोग अतिक्रमण कर मार्ग को संकरा बना रहे हैं वहीं गोबर व गंदा पानी फैलाकर श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों का इस मार्ग पर चलना बेहाल हो गया है.लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि रास्ते पर इस प्रकार की गंदगी फैलाने वालों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है.
स्थानीय लोगों ने इस संदर्भ में एडीएम भरमौर पृथी पाल सिंह से कार्यवाही करने की मांग की है.