शिमला – हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में शुक्रवार रात एसएफआई और एबीवीपी के छात्रों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें करीब 15 छात्र घायल हो गए। तीन गंभीर रूप से घायल छात्रों को इलाज के लिए आईजीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान दोनों गुटों के बीच जमकर लाठियां और डंडे चले। पुलिस ने एबीवीपी के 12 छात्रों को गिरफ्तार किया है।
टैगोर होस्टल में खाने के दौरान भिड़े छात्र
झड़प की घटना विश्वविद्यालय के टैगोर होस्टल में उस वक्त हुई, जब छात्र मैस में खाना खा रहे थे। इसी दौरान दोनों गुटों के बीच किसी बात को लेकर बहसबाजी शुरू हुई, जो कुछ ही मिनटों में खूनी संघर्ष में बदल गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, छात्रों ने एक-दूसरे पर लाठियों और पत्थरों से हमला किया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। एसपी डीडब्ल्यू नेगी और एडिशनल एसपी भजन नेगी ने मौके का दौरा किया। हालात को देखते हुए होस्टल के अंदर और बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है।
एसएफआई और एबीवीपी ने एक-दूसरे पर लगाए आरोप
घटना के बाद एसएफआई और एबीवीपी, दोनों संगठनों ने एक-दूसरे पर हमले का आरोप लगाया।
- एसएफआई के सचिव नवल ठाकुर ने आरोप लगाया कि यह हमला कुलपति एडीएन वाजपेयी के इशारे पर करवाया गया। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को एसएफआई ने कुलपति के खिलाफ प्रदर्शन किया था, जिससे बौखलाकर यह हमला करवाया गया।
- एबीवीपी के अध्यक्ष प्रिंस ने एसएफआई पर आरोप लगाया कि उनके कार्यकर्ताओं पर पहले हमला किया गया और उन पर पत्थर फेंके गए।
12 छात्र गिरफ्तार, सुरक्षा कड़ी
पुलिस ने इस मामले में एबीवीपी के 12 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और होस्टलों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन भी मामले की जांच कर रहा है।