एचआरटीसी चालक संजय कुमार की आत्महत्या: जांच में घरेलू हिंसा और पारिवारिक कलह का खुलासा

एचआरटीसी चालक संजय कुमार की आत्महत्या: जांच में घरेलू हिंसा और पारिवारिक कलह का खुलासा

मंडी जिले के धर्मपुर में हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचआरटीसी) के चालक संजय कुमार की आत्महत्या के मामले ने समाज और परिवहन विभाग में घरेलू हिंसा और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर चिंताओं को उजागर किया है। एचआरटीसी प्रबंधन की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट और घटनाओं के विवरण से पता चलता है कि संजय कुमार लंबे समय से पारिवारिक कलह और मानसिक तनाव का सामना कर रहे थे।

घटना का विवरण: छुट्टी आवेदन में घरेलू तनाव का उल्लेख

एचआरटीसी चालक संजय कुमार ने 7 जनवरी 2025 को छुट्टी का आवेदन दिया था। इस आवेदन में उन्होंने घरेलू कलह को छुट्टी लेने का कारण बताया था। एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने 15 जनवरी 2025 को जानकारी देते हुए बताया कि यह पहली बार नहीं था जब संजय कुमार ने इस तरह की समस्याओं का उल्लेख किया।

इससे पहले नवंबर 2022 में, उन्होंने कुल्लू इकाई के क्षेत्रीय प्रबंधक को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और बेटे पर शारीरिक हिंसा का आरोप लगाया था। उस पत्र में संजय कुमार ने बताया था कि उन्हें चोटें आई थीं और मानसिक आघात झेलना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई थी और 15 दिनों के चिकित्सा अवकाश का अनुरोध किया था।

घरेलू हिंसा और मानसिक स्वास्थ्य के संकेत

एचआरटीसी प्रबंधन की जांच रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि संजय कुमार लंबे समय से पारिवारिक तनाव और घरेलू हिंसा का सामना कर रहे थे। इन घटनाओं ने उनके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाला होगा।

हाल के छुट्टी आवेदन में, उन्होंने घरेलू कलह का उल्लेख करते हुए छुट्टी मांगी थी, जो उनके मानसिक तनाव का संकेत देता है। इन परिस्थितियों ने उन्हें आत्महत्या जैसे कदम उठाने के लिए मजबूर किया होगा।

चालक संघ और प्रबंधन की प्रतिक्रिया

संजय कुमार की आत्महत्या के बाद, एचआरटीसी चालक संघ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। संघ के नेताओं ने कहा है कि इस घटना ने कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत जीवन पर ध्यान देने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।

चालक संघ के नेताओं का कहना है कि यदि प्रबंधन कर्मचारियों की समस्याओं को गंभीरता से लेता और समय पर मदद प्रदान करता, तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता था।

वहीं, एचआरटीसी प्रबंधन ने मामले की गहन जांच कराने और कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है।

घटना के व्यापक सामाजिक प्रभाव

संजय कुमार की आत्महत्या ने हिमाचल प्रदेश में घरेलू हिंसा और मानसिक स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि परिवार और समाज में बढ़ रहे तनाव और हिंसा के कारण मानसिक स्वास्थ्य पर कितना गहरा प्रभाव पड़ सकता है।

यह घटना यह भी दर्शाती है कि कार्यस्थल पर कर्मचारियों के व्यक्तिगत और मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना उनके जीवन और पेशेवर प्रदर्शन पर गंभीर असर डाल सकता है।