चम्बा में पागल कुत्तों का कहर: 22 लोग घायल, बच्चों और महिलाओं को बनाया शिकार

A scene in Chamba town with a sense of urgency as a few people help an injured person outside a medical college. The background shows the entrance of

चम्बा शहर में पागल कुत्तों के हमलों से 22 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें 6 से 7 स्कूली बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। ये घटनाएं शहर के मुख्य बाजार और हटनाला सहित कई क्षेत्रों में हुईं, जिससे शहर में दहशत का माहौल बन गया है। सभी घायलों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चम्बा ले जाया गया, जहां उन्हें एंटी रैबीज के टीके लगाए गए और प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। कई लोगों को टांके भी लगाने पड़े हैं।

घटनाओं ने बढ़ाई दहशत, बाजार में डर का माहौल

इन घटनाओं के बाद चम्बा के मुख्य बाजार में लोगों में डर का माहौल बन गया है। सेवानिवृत्त अधिकारी अनिल कुमार, जो मेडिकल कॉलेज के गेट पर पहुंचे थे, अचानक एक पागल कुत्ते का शिकार हो गए। कुत्ते ने उनके होंठ का हिस्सा काट लिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके अलावा एक महिला की आंख भी कुत्ते के हमले में जख्मी हो गई। बाजार से साहो की तरफ जा रहे एक व्यक्ति पर भी हमला हुआ, जिससे वह भी घायल हो गया।

बच्चों पर भी हमला, सिर और शरीर में लगी चोटें

स्कूल जाने वाले 3 से 4 साल के बच्चों पर भी पागल कुत्तों ने हमला किया। बच्चों के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गहरी चोटें आई हैं, जिसके लिए उन्हें टांके लगाने पड़े। इससे अभिभावकों में गहरी चिंता है और अब वे बच्चों को अकेले बाहर भेजने से डर रहे हैं।

मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने दी जानकारी

मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल चम्बा के एमएस, डॉ. देवेंद्र कुमार ने बताया कि सभी घायलों को एंटी रैबीज के टीके लगाए गए हैं। किसी भी घायल को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया है। डॉ. देवेंद्र ने लोगों से अपील की है कि वे बच्चों को अकेले बाहर न भेजें और कुत्तों से सावधान रहें।

आवारा कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए उठाए जा रहे कदम

नगर परिषद की अध्यक्ष नीलम नैय्यर ने बताया कि हाऊस की बैठक में डॉग शेल्टर होम बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। इसके साथ ही, आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए धर्मशाला से डॉग कैचर बुलाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। डॉग कैचर चम्बा शहर में पागल और आवारा कुत्तों को पकड़ेंगे, ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके।

लोगों की सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देश जारी

घटनाओं के बाद नगर परिषद और मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। बच्चों को घर के बाहर अकेले न भेजने और कुत्तों से दूरी बनाए रखने की हिदायत दी गई है। इसके अलावा, कुत्तों के हमले से बचने के लिए बाजार में पैदल चलते समय सावधानी बरतने की अपील की गई है। प्रशासन ने जल्दी ही इस समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया है, लेकिन तब तक लोगों को खुद सतर्क रहने की जरूरत है।