भरमौर, हिमाचल प्रदेश: भरमौर सिविल हॉस्पिटल में पिछले कई वर्षों से अल्ट्रासाउंड मशीन मौजूद होने के बावजूद, गर्भवती महिलाओं सहित मरीज़ों को यह सुविधा प्राप्त नहीं हो पा रही है। इसका मुख्य कारण अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की अनुपस्थिति है, जिससे मरीज़ों को अल्ट्रासाउंड के लिए लगभग 60 किलोमीटर दूर चंबा तक का सफर करना पड़ रहा है।
यह स्थिति विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं के लिए चिंताजनक है, जिन्हें गर्भावस्था के दौरान तीन बार अल्ट्रासाउंड करवाने की आवश्यकता होती है। भरमौर, एक जनजातीय क्षेत्र होने के नाते, पहले से ही संसाधनों की कमी का सामना कर रहा है और इस तरह की सुविधाओं का अभाव गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से परेशानी का कारण बन रहा है।
पहली त्रिमाही मे जरूरी अल्ट्रासाउंड के लिए चंबा जाते हुए कई महिलाओं का गर्भपात हो जाता है। इस समस्या का समाधान न होने से न केवल मरीज़ों को शारीरिक और आर्थिक तकलीफें उठानी पड़ रही हैं, बल्कि इसने एक बार एक दुखद घटना का भी कारण बना, जब एक गर्भवती महिला और उसके पति की अल्ट्रासाउंड करवाने जाते समय एक दुर्घटना में मौत हो गई।
मरीज़ों और विशेषकर गर्भवती महिलाओं को इस मूलभूत सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है। यहां तक कि पहले कुछ वर्षों में हफ्ते के कुछ दिनों के लिए रेडियोलॉजिस्ट की उपलब्धता होती थी, लेकिन वह सुविधा भी अब बंद हो चुकी है।
अगर हफ्ते में कुछ दिनों के लिए भी रेडियोलॉजिस्ट की सेवाएँ मुहैया करवाई जा सकें, तो इससे गर्भवती महिलाओं को बहुत राहत मिलेगी और उन्हें अल्ट्रासाउंड के लिए क्षेत्र से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
स्थानीय लोगों, पत्रकारों, समाजसेवियों और मरीज़ों ने कई बार इस समस्या को उचित अधिकारियों और सरकार के सामने उठाया है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।
पिछले 8 सालों मे विभिन्न न्यूज वेबसाइटें/ न्यूज पेपर अल्ट्रासाउंड की समस्या को उजागर कर चुके हैं
भरमौर अस्पताल में धूल फांक रही अल्ट्रासाउंड मशीन – अमर उजाला Updated Sat, 25 Sep 2021 10:23 PM IST
भरमौर में धूल फांक रही अल्ट्रासाउंड मशीन – दैनिक जागरण – Published: Tue, 26 Dec 2017 03:00 AM (IST)
भरमौर में अल्ट्रासाउंड की सुविधा – दिव्य हिमाचल – Dec 23rd, 2017 12:05 am
चार साल से धूल फांक रही अल्ट्रासाउंड मशीन – दिव्य हिमाचल = Feb 6th, 2020 12:20 am
स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस दिशा में तत्काल कदम उठाने चाहिए, ताकि भरमौर के निवासियों को उनके निकट स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया करवाई जा सकें और उन्हें इस तरह की असुविधाओं और खतरों का सामना न करना पड़े।
फरवरी महीने में जनक राज ने विधानसभा में अल्ट्रासाउंड संबंधी मुद्दे को बड़ी शिद्दत से उठाया था, परंतु अब तक कोई भी समाधानिक कदम नहीं उठाया गया है
फरवरी में, विधायक डॉ. जनक राज ने विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाया था अल्ट्रासाउंड सुविधाओं की कमी का मुद्दा, परंतु समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। चंबा जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में, विशेषकर भरमौर-पांगी क्षेत्र में, अल्ट्रासाउंड सेवाएं रेडियोलॉजिस्ट की अनुपस्थिति और स्टाफ की कमी के कारण प्रभावित हो रही हैं। डॉ. जनक राज ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी थी कि यदि इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वह दोबारा इस मुद्दे को विधानसभा में नहीं आएंगे। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उनके क्षेत्र के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में गर्भवती महिलाओं के लिए अल्ट्रासाउंड सुविधा का अभाव है, जिससे महिलाएं और अन्य मरीज़ गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों का सामना कर रहे हैं।