मणिमहेश यात्रा के दौरान हाल की हल्की हिमपात की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। यह हिमपात 5 सितंबर को हुआ था, जन्माष्टमी के एक दिन पहले, और इसके बाद अगले दिन ही तेज गति से बर्फ पिघल गई। हालांकि इस हिमपात ने श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को अधिक कठिन नहीं बनाया, सोशल मीडिया पर इसके वीडियो और तस्वीरें वायरल हो गई, जिससे यात्रा करने जा रहे श्रद्धालुओं के लिए एक प्रकार की चिंता और संशय पैदा हुआ है। हालाँकि 5 सितंबर के बाद मौसम एकदम साफ रहा है।
मणिमहेश, हिमाचल प्रदेश के एक प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है, और यहाँ के मोबाइल नेटवर्क की स्थिति कुछ खास नहीं है। मणिमहेश और इसके रास्ते पर केवल धनछो तक ही मोबाइल नेटवर्क होता है। हड़सर से धनछो तक, नेटवर्क केवल जिओ और बीएसएनएल का होता है। एयरटेल की सेवा हड़सर तक ही उपलब्ध होती है।
मणिमहेश यात्रा करने वालों के लिए, यह नेटवर्क की स्थिति काफी चिंता का सबब बनती है, क्योंकि वे अपने परिवार और दोस्तों से संवाद करने में दिक्कत झेलते हैं। यात्रीयों के मोबाईल पर बात ना हो पाने से उनके परिजन बहुत परेशान हो जाते हैं। इसी बीच जब मणिमहेश मे हुई हल्की बर्फबारी की तस्वीरें और विडिओ जब बनाए जाने वाले दिन की दिनांक के बिना पोस्ट होते हैं तो परिजनों को लगता है की मणिमहेश मे लगातार बर्फ पड़ रही है और कहीं यात्री मुश्किल मे ना पड़ गए हों।
होटल भरमौर व्यू के मैनेजर ने बताया कि उन्हें हर दिन कई फोन आते हैं, जिनमें श्रद्धालुओं के परिवारजन मणिमहेश में हुई बर्फबारी और यात्रा के बारे में चिंता और भ्रम होते हैं। होटल भरमौर व्यू के मैनेजर का कहना है कि श्रद्धालुओं के परिवार वाले मणिमहेश मे हुई बर्फबारी और यात्रा पर गए सदस्य से बात ना हो पाने की चिंता व्यक्त करते हैं ।
मणिमहेश यात्रा के दौरान कोई हेल्पलाइन नंबर न होने के कारण, श्रद्धालुओं के परिवार वालों की चिंता और भी बढ़ जाती है।
रोजाना 24 श्रद्धालुओं से आग्रह करता है कि मणिमहेश जाने से पहले अपने परिवार वालों को नेटवर्क ना होने व मौसम की जानकारी दे कर जाएँ।