रोजाना24, चम्बा 04 मार्च : शहीद कभी मरते नहीं बल्कि वे देशवासियों के ह्रदय में देशभक्ति के जनून के रूप में मौजूद रहते हैं,जनजातीय क्षेत्र भरमौर के घरेड़ निवासी आईटीबीपी के हवलदार बद्री राम चौहान 22 अगस्त 1999 को जम्मू कश्मीर के डोडा जिला में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। शहीद बद्री राम के गांव घरेड़ में उनका एक स्मारक बनाया गया है। उनके शहीदी दिवस पर हर वर्ष आईटीबीपी के जवानों,स्कूली बच्चों व ग्रामीणों द्वारा बद्री राम चौहान को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।
आज 04 मार्च को शहीद बद्री राम का जन्मदिन है, आईटीबीपी अधिकारियों ने शहीद हवलदार बद्री राम के गांव घरेड़ पहुंच कर उनके जन्मदिन पर केक काटकर व पुष्प अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। शहीद का जन्मदिन मनाकर उनके परिवार व समाज का मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से आईटीबीपी ने यह पहल की है।
आईटीबीपी एएसआई अरुण कुमार ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शहीद अमर होते हैं लेकिन फिर भी देश के नागरिकों के दिलों में राष्ट्र रक्षा की मशाल जलाए रखने के लिए आईटीबीपी ने अपने वीर सैनिकों के जन्मदिन,उनके बलिदान दिवस व 21 अक्तूबर के शहीदी दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने की परम्परा स्थापित की है। हवलदार बद्री राम चौहान ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। ऐसे बलिदानी सैनिक देश के नागरिकों के रक्त में देश भक्ति का जनून बन कर दौड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को शहीद बद्री राम के साहस व बलिदान से प्ररेणा लेते हुए देश के लिए तन,मन,धन न्योछावर करने का जज्बा पालना होगा।
शहीद बद्री राम के पद चिन्हों पर चलते हुए उनके दो बेटों मे से छोटा बेटा आशीष चौहान भी आईटीबीपी में भर्ती होकर देश की सीमाओं की रक्षा कर रहा है। जबकि बड़ा बेटा अपनी माता व भाई के परिवार की देखभाल कर रहा है।
इस अवसर पर आईटीबीपी के एएसआई विजय वशिष्ठ, शहीद की पत्नी तृप्ता देवी चौहान, परिवार के सदस्य व स्थानीय लोग उपस्थित रहे।