जिला में कुल 50 हैक्टेयर भूमि पर बांस के पौधे लगाना प्रस्तावित – राघव शर्मा

रोजाना24,ऊना 17 दिसम्बरः जिला ऊना में गैर-वन भूमि पर अधिक से अधिक बांस लगाने को प्रोत्साहित करने के भरसक प्रयास किए जाएं और किसानों को भी इसकी खेती करने के लिए प्रेरित किया जाए। उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने आज कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय बैंबू मिशन की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को यह निर्देश दिए।डीसी राघव शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय बैंबू मिशन का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक सरकारी एवं निजी गैर-वन भूमि पर बांस लगाना है। इस मिशन के तहत जिला ऊना में कुल 50 हैक्टेयर भूमि पर बांस पौधे लगाने का प्रस्ताव रखा गया है, जिसमें से कृषि विभाग के माध्यम से 10 हैक्टेयर भूमि को बांस की खेती के तहत लाया जा चुका, जबकि वन विभाग के माध्यम से 5 हैक्टेयर सरकारी भूमि को इसमें कवर किया गया है।उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष के लिए इस मिशन के तहत 94 लाख बजट का प्रावधान किया गया था। इसमें से 6.50 लाख रुपये खर्च करके ऊना के मलाहत व बेहली मोहल्ला, गगरेट के कैलाश नगर व डंगोह, हरोली के बढ़ेड़ा व नंगल खुर्द, अंब के गांव लडोली और बंगाणा के गांव डोहक व बुधान में निजी भूमि पर डेड्रोकेलमस प्रजाति के 10 हजार बांस के पौधे लगाए गए हैं, जबकि लखरूंह में सरकारी भूमि पर 5 हजार पौधे रापित किए गए। इसके अलावा जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के माध्यम से 37.50 लाख रुपए की लागत से बौल में पॉट्री इकाई के साथ प्रस्तावित बैंबू आर्ट गैलरी और लमलैहड़ी में अगरबत्ती की स्टिक बनाने की निर्माणाधीन इकाई का कार्य शामिल हैं।उन्होंने भरवाईं में बनने वाले बैंबू ट्रींटमेंट एंड प्रोसेसिंग यूनिट के कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए, ताकि इसका निर्माण कार्य आरंभ करके इसे शीघ्र क्रियान्वित किया जा सके।उन्होंने शेष 35 हैक्टेयर भूमि को इस मिशन के तहत विकसित करने और बैंबू स्टिक निर्माण इकाई से संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए अतिरिक्त बजट की मांग शीघ्र भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि दगड़ूंह में 25 लोगों को बांस के उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विभाग अधिक से अधिक प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित करें ताकि लोग इसका लाभ लेकर बांस उत्पादों में स्वरोजगार के अवसर पैदा कर सकें।इस अवसर पर एडीसी डॉ. अमित कुमा शर्मा, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक अंशुल धीमान, परियोजना अधिकारी डीआरडीए संजीव ठाकुर, कृषि उपनिदेशक डॉ. अतुल डोगरा, डीएफओ राकेश कुमार, एडीओ दीपिका भाटिया सहित अन्य उपस्थित थे।