रोजाना24,चम्बा : दि भरमौर तहसील विपणन एवं वितरण संघ समिति भरमौर पर मनमाने तरीके से कार्य करने का आरोप लगा है.और यह आरोप किसी और ने नहीं बल्कि समिति के पूर्व में प्रधान रह चुके व मौजूदा सदस्य कमलेश ठाकुर ने लगाए हैं.
जनजातीय क्षेत्र भरमौर में डिपुओं को संचालित कर रही दि भरमौर तहसील सहकारी विपणन एवं वितरण संघ समिति के पूर्व प्रधान एवं मौजूदा सदस्य कमलेश ठाकुर ने समिति के मौजूदा प्रधान पर मनमाने तरीके से कार्य करने की शिकायत अतिरिक्त पंजीयक कॉपरेटिव सोसायटी धर्मशाला को प्रेषित की है.
कमलेश ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि भरमौर के डिपुओं के खाली पड़े पदों को भरा जाना था लेकिन समिति प्रधान ने नियमों को दरकिनार करते हुए अपने चहेतों को डिपो विक्रेता पद के लिए चयनित कर लिया है.उन्होंने कहा कि समिति की बैठक हर माह 5 तारीख को होनी तय है.गत 5 अगस्त को हुई बैठक में 2 डिपुओं के खाली पद के लिए 4 आवेदन पहुंचे थे जिसमें 2 को रद्द कर दिया गया लेकिन बैठक का कोरम भी पूरा न होने के कारण साक्षात्कार भी रद्द कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि नियमानुसार दूसरी बैठक इस माह 5 सितम्बर को होनी थी और इस बैठक में डिपो पर विक्रेताओं की नियुक्ति पर फैसला लिया जाना था.लेकिन अध्यक्ष ने बिना किसी सूचना के 19 अगस्त को ही बैठक कर अपने चहेतों के आवेदन लेकर उन्हें नियुक्ति भी दे दी.
उन्होंने कहा कि खाली पदों को भरने के लिए अखबारों व अन्य मीडिया के माध्यम से बकायदा प्रचार किया जाना चाहिए था.जबकि समिति ने खानापूर्ति के लिए जो नोटिस कार्यालय के बाहर लगा रखा है उसमें दिनांक तक इंगित नहीं की गई जिससे कि आवेदन कर्ता को पता चल सके कि आवेदन कब से कब तक किया जा सकता है.
कमलेश ठाकुर ने अतिरिक्त पंजीयक कॉपरेटिव सोसायटी धर्माशाला से अनुरोध किया है कि लोकहित के इस मामले में जल्द जांच कार्यवाही अमल में लाई जाए.
उधर दूसरी ओर संघ समिति के प्रधान सुभाष कुमार ने पूर्व प्रधान कमलेश के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि समिति में सभी निर्णय नियमानुसार लिए जा रहे हैं.खाली पदों को भरने के लिए तीन सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया है और यह कार्य उस कमेटी के अधिकार क्षेत्र में आता है कि वह कब साक्षात्कार रखे.उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी सदस्यों को विश्वास में लेकर ही निर्णय लिए हैं.