रोजाना२४,चम्बा : मणिमेहश यात्रा का पहला छोटा न्हौण ११अगस्त से शुरू हो रहा है.हर वर्ष इस स्नान के लिए देश भर से लाखों श्रद्धालु भरमौर पहुंचते हैं.लेकिन इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के कारण शिव भक्तों की इस यात्रा पर रोक लग गई है.फल स्वरूप अब तक हजारों की संख्या में मणिमहेश व भरमाणी माता मंदिर की यात्रा कर चुके होते थे.मणिमहेश यात्रा में जम्मू कश्मीर के भदरवाह क्षेत्र के लोगों का विशेष स्थान व योगदान रहता है लेकिन इस वर्ष प्रदेश के बाहर से यात्रा पर जाने वाले लोगों को चम्बा जिला प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दी जा रही.
यात्रा पर केवल उन्हीं लोगों को जाने की अनुमति दी जा रही है जिनका इस यात्रा के साथ पारम्परिक व धार्मिक जुड़ाव हो मसलन हर वर्ष पवित्र छड़ी को मणिमहेश यात्रा पर ले जाने वाले श्रद्धालुओंं को ही जिला प्रशासन कोविड-१९ के निर्धारित नियमों के तहत ही अनुमति दी जा रही है.जिसमें हिमाचल के अलावा केेेेवल जम्मू कश्मीर के भदरवाह क्षेत्र के कुछ शिव भक्त शामिल हैं.
जम्मू कश्मीर के भदरवाह के कुछ श्रद्धालुओं को जिला प्रशासन ने यात्रा की अनुमति प्रदान की है.इन श्रद्धालुओं का नौ सदस्यीय पहला जत्था आज भरमौर के चौरासी मंदिर प्रांगण पहुंचा.यहां भी मंदिर बंद होने के कारण परदेस से आए इन श्रद्धालुओं को बाहर से ही माथा टेक कर संतोष करना पड़ा.चौरासी मंदिर में माथा टेकने के बाद इन श्रद्धालुओँ ने भरमाणी माता मंदिर में पूजा अर्चना कर वहां स्थित ब्रहम कुंड में स्नान किया.भदरवाह के यह श्रद्धालु १० अगस्त को भरमौर से मणिमहेश के लिए रवाना होंगे.जोकि ११ व १२ अगस्त को होने वाले पवित्र जन्माष्टमी पर्व पर डल झील में स्नान करेंगे.