रोजाना24,ऊना : समर्पित कोविड केयर केंद्र (डीसीसीसी) खड्ड में साफ-सफाई की व्यवस्था के सवाल पर जिला दंडाधिकारी ने कहा कि कुछ मरीजों का रवैया गैर जिम्मेदाराना है। डीसीसीसी में अपने-अपने कमरे की सफाई का जिम्मा मरीज का होता है, लेकिन कुछ मरीज जान-बूझ कर गंदगी फैला रहे हैं और जिला प्रशासन के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एक मरीज पर प्रतिदिन लगभग 3000 रुपए खर्च कर रही है। मरीजों का खाना, दवा प्रदान करने तथा साफ-सफाई करने के लिए बिना पीपीई किट पहन कर केंद्र के अंदर जाना संभव नहीं है। गर्मी व उमस के मौसम के बीच अधिक देर तक पीपीई किट पहनना भी मुश्किल है, इन सब समस्या के बावजूद केंद्र में तैनात पूरा स्टाफ मरीजों की सुविधाएं प्रदान के लिए कार्य कर रहा है। ऐसे में मरीजों से भी सहयोग की अपेक्षा है। डीसी संदीप कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन ऊना ने एक और अधिक डीसीसीसी अधिसूचित किया है, जहां पर महिलाओं व बच्चों को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी।