…तो अब तक पूरे भरमौर विस क्षेत्र को मिल गई होती अनकट बिजली !

रोजाना24,चम्बा : भरमौर विस क्षेत्र के लोग लम्बे समय से  घोषित-अघोषित विद्युत कटों से परेशान हैं।हालांकि नजातीय क्षेत्र भरमौर में करीब दो दर्जन जलविद्युत परियोजनाएं स्वीकृत हैं.जिनमें से कुछ तो विद्युत उत्पादन शुरू कर चुकी हैं.यह विडम्बना ही है कि अनुमानित डेढ हजार मैवाॅ विद्युत उत्पादन करने वाले भरमौर उपमंडल में लोगों को पॉवर कटों का सामना करना पड़ रहा है.सरकार व विभाग पिछले कई वर्षों से लोगों को अनकट पॉवर सप्लाई मुहैया करवाने के दावे कर रहे हैं लेकिन जमीनी स्तर पर अभी भी कोई प्रगति होती नहीं दिख रही.लोगों को अनकट पाॅवर सप्लाई देने व विभिन्न विद्युत परियोजनाओं से तैयार होने वाली बिजली को पाॅवर ग्रिड तक पहुंचाने  के मकसद से सरकार ने 6 वर्ष पूर्व लाहल नामक स्थान पर 33 केवी पाॅवर स्टेशन का निर्माण करने का फैसला लिया था। जिसके लिए एक 33 केवी विद्युत लाईन गरोला से लाहल तक बिछाई जानी थी।जिस लाईन के माध्यम से परियोजनाओं द्वारा उत्पादित बिजली लाहल स्थित 33 केवी पाॅवर स्टेशन तक व वहां से भरमौर  क्षेत्र की आवश्यकता अनुसार दिनका सब स्टेशन तक पहुंचाया जाना है। लेकिन लाहल से दिनका तक बिजली पहुंचाने के लिए तार बिछाने का कार्य पिछले छ: वर्षों से लम्बित है.जो आज तक पूरा नहीं हो पाया है।हालांकि इसी अवधि में लाहल में विशालकाय विद्युत केंद्र बनकर सक्रिय भी हो गया लेकिन लाहल से दिनका तक की विद्युत लाईन नहीं जुड़ पाई।

विभाग से जब अनकट पॉवर सप्लाई के लिए कहा जाता तो अक्सर जबाव मिलता कि अभी लाहल 33 केवी पॉवर स्टेशन का निर्माण पूरा नहीं हुआ है,फिर कहा जाने लगा कि लाहल तक 33 केवी सप्लाई नहीं पहुंची है।लिहाजा विद्युत सेवा बाधित होने पर क्षेत्र में बिजली के कट लग रहे है. जबकि राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड ने पिछले 6 वर्षों से लाहल से दिनका तक पहुंचने वाली विद्युत लाईन का कार्य भी पूरा नहीं करवाया है.

अगर यह कार्य निर्धारित अवधि में पूरा हो गया होता तो क्षेत्र के लोगों को अब लग रहे पॉवर कटों का सामना नहीं करना पड़ता.

गौरतलब है कि गत दिवस कुआरसी पॉवर प्रोजैक्ट द्वारा निर्मित 15 मेगावॉट बिजली एपीपीटीसीएल के लाहल स्थित पॉवर स्टेशन के माध्यम से पॉवर ग्रिड में पहुंचा दी गई है.निगम के उप मुख्य अभियंता एमएल शर्मा के अनुसार उनका यह स्टेशन पूरी क्षमता के साथ कार्य करने के लिए तैयार है.उन्होंने कहा कि लाहल पॉवर स्टेशन उपमंडल की विभिन्न परियोजनाओं द्वारा तैयार बिजली 600 मैगावॉट तक के विद्युत उत्पादन को ग्रिड तक पहुंचाने की क्षमता रखता  है.उन्होंने कहा कि 9 मैगावॉट क्षमता की सलोन प्रोजैक्ट के बाद कुआरसी पॉवर परियोजना द्वारा उत्पादित 15 मैगावाट बिजली को भी एचपीपीटीसीएल के माध्यम से पॉवर ग्रिड तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.उन्होंने कहा कि हिप्र राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड अगर लाहल से दिनका पॉवर सबस्टेशन तक बिजली ले जाने के लिए लाईन तैयार करवा लेता है तो पूरे भरमौर विस क्षेत्र में अनकट पॉवर सप्लाई शुरू की जा सकती है.

विभागीय अधिकारियों की माने तो भरमौर क्षेत्र में 3 से 6 मेवॉ विदुयत खपत है.व यहां से मैहला तक अनकट पावर सप्लाई बहाल की जा सकती है.लाहल से सप्लाई होने वाली बिजली केवल तभी गुल होगी जब प्राकृतिक आपदा के कारण कोई खम्भा या तार टूट जाए.

लम्बे समय से लाहल से दिनका तक विद्युत लाईन का कार्य पूरा न होने के सवाल पर विभागीय सहायक अभियंता विक्रम शर्मा ने कहा कि अभी उन्होंने गरोला से लाहल तक की विद्युत लाईन का कार्य पूरा करवा लिया है जिसके माध्यम से कुआरसी पॉवर प्रोजैक्ट से बिजली लाहल तक पहुंचाई गई है.अब लाहल से दिनका तक की विद्युत लाईन का कार्य भी पूरा किया जाएगा.उन्होंने कहा कि दस से बारह दिनों में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा.विभाग पर दबाव बढ़ने के बाद उसने ठेकेदार पर जल्द कार्य सा दबाव बढ़ा दिया है.ऐसा ही दबाव अगर छ: वर्ष पूर्व बनाया होता तो आज लोगों को बिजली की समस्या कि सामना न करना पड़ता