रोजाना24,ऊना : हिमाचल प्रदेश में प्रवेश के सिस्टम में बदलाव किया गया है, न कि उसे समाप्त किया गया है। यह बात उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने आज एक प्रैस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि अब आवेदक को सिर्फ वेबसाइट पर जाकर जानकारी देनी होगी तथा स्व-उत्पन्न (ऑटो जेनेरेटिड) पावती पत्र को डाउनलोड करना होगा। आवेदन को अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी, जिसके बाद मॉनिटरिंग का कार्य अंतर्राज्यीय बैरियर पर होगा। यह व्यवस्था इसलिए बनाई गई है ताकि हिमाचल प्रदेश में आने-जाने वालों की पूरी जानकारी रहे। उपायुक्त ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आने वाले सभी लोगों को अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए सही जानकारी पंचायत व शहरी निकायों के प्रतिनिधियों के साथ साझा करनी होगी क्योंकि इसमें सभी की हित है। अगर गलत जानकारी दी जाती है तो इससे कंटेनमेंट जोन बनते हैं जिससे लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि होम क्वारंटीन में रह रहे सभी लोगों को नियमों का मानना होगा क्योंकि इसमें उनके परिवार का लाभ है। जिन शहरों में अभी भी कोरोना संक्रमण अधिक है, वहां से आने वाले लोगों को जिला प्रशासन संस्थागत क्वारंटीन किया जाएगा। सिर्फ 5 वर्ष से कम तथा 80 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को ही होम क्वारंटीन किया जाएगा।ऊना में संस्थागत क्वारंटीन के बेहतर प्रबंध डीसी संदीप कुमार ने कहा कि जिला ऊना में संस्थागत क्वारंटीन के बेहतर प्रबंध किए गए हैं। किसी भी व्यक्ति को हॉल में नहीं ठहराया जा रहा है। जिला प्रशासन ने मैरिज पैलेस व होटलों में भी क्वारंटीन की व्यवस्थाएं बनाई हैं, इसलिए संस्थागत क्वारंटीन में रहने से घबराएं नहीं। प्रशासन ने पेड क्वारंटीन की व्यवस्था भी की है। उन्होंने कहा कि अभी कोविड-19 वायरस हमारे बीच रहेगा, इसलिए बचाव के उपाय करते रहने होंगे। जुलाई-अगस्त में मंदिर नहीं खुलेंगे जिला दंडाधिकारी ने साफ किया कि ऊना जिला में माता चिंतपूर्णी सहित अन्य मंदिर जुलाई तथा अगस्त माह में नहीं खुलेंगे। प्रदेश सरकार जब इस संबंध में एसओपी जारी करेगी, उसके बाद जिला प्रशासन ऊना अपनी तैयारी करेगा तथा पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद ही मंदिर खोलने को अनुमति दी जाएगी।