होम क्वारंटाइंड लोगों से फैल रहे संक्रमण से निपटने की चुनौति !

रोजाना24ः कदम कदम आपकी ओर आगे बढ़ रहा है कोरोना संक्रमण का खतरा। होम क्वारंटाइंड लोगों के कारण परिवार व अन्य लोगों के संक्रमित होने के समाचारों के कारण अब यह सोचना पड़ रहा है कि परिवार के अन्य सदस्यों को इस संक्रमण से बचाने के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए ?

ऐसे में लोगों को अतिरिक्त सावधानियां बरतनी होंगी।सरकार/प्रशासन अन्य राज्यों लौटने वाले सभी लोगों को संस्थागत संगरोध में रखने के बजाए गृह संगरोध होम (क्वारांटाइन) में रख रहा है। होम क्वारंटाइन के दौरान बरती गई लापरवाही के कारण संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।होम क्वारंटाइन के दौरान लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं तो वहीं कई लोग एक दूसरे के घरों में जा रहे हैं।पुलिस व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि व कर्मचारी आखिर कब तक व कैसे उन पर नजर रखे रहेंगे । सरकार पहले ही कह चुकी है कि संस्थागत संगरोध किये गए व्यक्ति के पांच दिन बाद कोरोना के सैम्पल लिय़े जाएंगे व नेगेटिव रिपोर्ट आने पर उन्हें घर पर क्वारंटाइन किया जाएगा। संस्थागत संगरोध में कोविड-19 टैस्ट नेगेटिव आने के बाद घर लौटने के बाद कई लोग कोविड19 से संक्रमित मिले हैं।

अब तक चिकित्सकों की समझ में पूरी तरह न आने वाले इस कोविड-19 के खतरे को लोग भी तो नहीं समझ पा रहे हैं।हालात के अनुसार होना तो यह चाहिए था कि अन्य नियम पूरे करने के साथ साथ होम क्वारंटाइन किए गए लोगों को घर पर भी मास्क पहनना अनिवार्य बनाया जाता। ताकि संक्रमित व्यक्ति के कारण परिवार के लोग भी संक्रमण के खतरे से कुछ हद तक बच सकें।लेकिन ऐसा अब तक हो नहीं पाया है।

होम क्वारंटीन में रह रहे लोगों को हालात व व्यवस्थाएं देखते हुए शारीरिक दूरी,साबुन से हाथ धोने व सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनने के अलावा घर पर भी मास्क पहनना चाहिए भले ही अभी चिकित्सक यह परामर्श न दे रहे हों।गौरतलब है कि मार्च माह में चिकित्सक केवल संक्रमित व्यक्ति को ही मास्क पहनने की सलाह दे रहे थे लेकिन आज मास्क पहनना सबको जरूरी बनाया गया है।