रोजाना24, चंबाः जिला चम्बा में रबी सीजन के दौरान 36000 मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन होगा। गेहूं की कटाई और गहाई का कार्य जिले में सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य एहतियातों के साथ जोर -शोर से चल रहा है। अप्रैल के अंतिम सप्ताह से रबी फसलों की कटाई और गहाई का जो कार्य शुरू हुआ था उसका करीब 40 फ़ीसदी कार्य पूरा हो चुका है।उपरोक्त उद्गार करते हुए उपायुक्त एवं जिला मजिस्ट्रेट चम्बा विवेक भाटिया ने आज यहां बताया कि
जिला में 19050 हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, 3000 हेक्टेयर क्षेत्र में जौ जबकि 900 हेक्टेयर क्षेत्र में सरसों की फसल उगाई गई।
लॉक डाऊन अवधि के दौरान किसानों को कृषि गतिविधियां करने के लिए पास जारी किए गए ताकि उन्हें अपने कृषि कार्यों को समय पर करने में मदद मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि रबी सीजन में ही 12400 मीट्रिक टन तिलहन के अलावा 23600 मीट्रिक टन सब्जियों का उत्पादन जिला के किसानों द्वारा किया गया। उपायुक्त ने कहा कि जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मक्की और आलू की बिजाई का काम भी शुरू हो चुका है। कृषि विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को सभी आवश्यक सुविधाएं उनकी मांग के अनुरूप मुहैया करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बताया कि जिला में खरीफ सीजन के दौरान 26000 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्की, 2150 हेक्टेयर क्षेत्र में धान, 2000 हेक्टेयर क्षेत्र में दलहन जबकि 2160 हेक्टेयर क्षेत्र में सब्जियों का उत्पादन होगा।
उपायुक्त ने कहा कि जिला के किसान खाद्यान्न फसलों के अलावा कृषि विविधीकरण अपनाते हुए सब्जियां व अन्य नकदी फसलों को उगाने की ओर भी अपना रुझान बढ़ाएं ताकि उन्हें अपने उत्पाद की अच्छी कीमत मिले और वे आर्थिक तौर पर स्वावलंबी बन सकें। कृषि विभाग को सिंचाई सुविधाएं किसानों तक पहुंचाने को लेकर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर सिंचाई की उन्हीं स्कीमों को अमलीजामा पहनाया जाना चाहिए जो पानी की किल्लत के दिनों में भी किसानों के लिए उपयोगी साबित हो सकें।कृषि उपनिदेशक सुरेश शर्मा ने कहा कि उपायुक्त के दिशा निर्देशों के मुताबिक जिले में कृषि की तमाम गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है।