Site icon रोजाना 24

होम क्वारंटाईंड पर नजर रखने के लिए पंचायत सचिव ने मांगी सुरक्षा, हिमाचल में ऐसा पहला मामला

रोजाना24ः होमक्वारंटाईन किए गए लोगों की स्थिति पर नजर रखने के लिए ग्राम पंचायत भरमौर के पंचायत सचिव ने प्रशासन सेे सुरक्षा की गुहार लगाई है।
कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए सरकार ने पंचायती राज संस्थाओं की सहायता भी ले रही है.जिसमें पंचायत सचिव को नोडल अधिकारी तैनात कर उन्हें होमक्वारंटाईन लोगों पर नजर रखने व व्यवस्थाओं में सहायता की जिम्मेदारी दी गई है.अगर पंचायती राज संस्थाओं के यह कर्मचारी व प्रतिनिधि इस कर्तव्य को गम्भीरता से नहीं लेते तो सरकार द्वारा उन पर भी कार्यवाही की तलवार लटकी हुई है।
ग्राम पंचायत भरमौर के सचिव दीपक कुमार ने कहा कि उपायुक्त चम्बा के निर्देशों पर वे ग्राम पंचायत भरमौर के गोसण गांव में होमक्वरंटाईन किए दम्पति की स्थिति देखने गए थे.इस दौरान क्वार्टाईन किए गए दम्पति को मोबाईल फोन पर अवगत करवाया गया कि उनकी विरुद्ध शिकायत है कि वे होम क्वार्टाईन के नियमों को तोड़ कर घर से बाहर घूम रहे हैं.जिस पर यह दम्पति भड़क गया.

पंचायत सचिव ने कहा कि उन्होंने मुझे मोबाईल फोन पर बहुत गालियां दी हैं व धमकी भी.जिससे वे भविष्य में होम क्वारंटाईन व्यक्ति की स्थिति जानने के लिए क्वारंटाईड व्यक्ति के घर जाने में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे.उन्होंंने कहा कि यह तो अच्छा हुआ कि क्वाटाईंड दम्पति के घर जाने से पूर्व उन्हे मोबाईल पर काॅल कर लिया अघर सीधे घर पहुंंच जाता तो मेरी पिटाई हो जाती।
उन्होंने खंड विकास अधिकारी भरमौर से इस आशय की शिकायत सौंपते हुए कहा कि उन्हें ड्यूटी के दौरान सुरक्षा दी जाए।
उधर दूसरी ओर होम क्वारंटाईन किए व पंचायत सचिव द्वारा आरोपित दम्पति ने कहा कि वे 30 अप्रैल से होम क्वारंटाईन के नियमों के अनुसार घर पर हैं.उन पर यह आरोप बे बुनियाद लगाए जा रहे हैं.मामला अधिकारियों तक पहुंच चुका है लिहाजा अब जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना से लड़ाई लड़ रहे किसी कर्मचारी द्वारा कोरोना ड्यूटी के लिए पुलिस सुरक्षा मांगने का पहला मामला है।

Exit mobile version