आज के समाज में जहां बहुओं द्वारा प्रताड़ित बजुर्ग घर से ज्यादा बृद्धाश्रम में पाए जाते है ।
वहां एक ऐसी भी तस्वीर सामने आई । जहां एक बहु अपने बीमार ससुर को अस्पताल ले जाती दिखी रोजाना 24 ऐसे संस्कारों को सलाम करता है । धन्य है ऐसी बेटी ।
हर घर मे अगर ऐसी बेटी हो तो बृद्धाश्रम बनाने की जरूरत नही होगी ।