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16 अप्रैल से घर लौटेंगे पांगी व कुल्लू के किसान बागवान-राम लाल मारकंडा

रोजाना24ः लाॅक डाऊन के दौरान अपने स्थायी निवास से दूर दूसरे जिलों में रह रहे लौहल व पांगी घाटी के लोगों के लिए क्रिषि,जनजातीय विकास व सूचना एवं तकनीक मंत्री रामलाल मारकंडा ने उन्हें घर पहुंंचाने की सुविधा प्रदान की है। गत दिवस एक समाचार पत्र को दिए अपने वक्तव्य में कहा कि लौहल स्पिति व पांगी घाटी के 3 से 4 हजार लोगों को कुल्लू मनाली से लौहल व पांगी पहुंचाने के लिए हर रोज पांच बसें चालाए जाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि लाहुल क्षेत्र के हजारों लोग वर्फबारी से पूर्व कुल्लू मनाली व अन्य स्थानों में प्रवास के लिए चले जाते हैं।और मार्च अप्रैल माह में मौसम खुलने के साथ ही यह लोग खेती वाड़ी के लिए वापिस लौटते हैं।उन्होंने कहा कि लाॅकडाऊन के कारण यह लोग खेती नहीं कर पाएंगे इसलिए उन्हें घर तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री से अनुमति ले ली है.लाहुल व पांगी के लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए 16 अप्रैल से हर रोज पांच बसें लाहुल से रोहतांग टाॅप तक चलेंगी।चूंकि 3 से 4 हजार लोगों को उनके घरों तक पहुंचाना है इसलिए इसमें दस दिनों का समय लग सकता है।उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि इसमें केवल किसानों बागवानों को ही उनके घर पहुंचाया जा रहा है इसलिए वे अ्पने साथ किसी कामगार को साथ न ले जाएं।अगर कोई ऐसा करता है तो यहां रासुका भी लागू किया जाएगा।उन्होंने कहा कि लाहुल जाने के लिए ऑनलाईन आवेदन 16 अप्रैल से किये जा सकेंगे।

पांगी व लाहुल क्षेत्र के लोगों ने कैबिनेट मिनिस्टर के इन प्रयासों की सराहना की है।रामलाल मारकंडा ने अन्य जिलों के लोगों ने भी अपने घर जाने की इच्छा प्रकट की है जिस पर मुख्य मंत्री हिप्र ने 20 अप्रैल तक स्थिति जाांचने कै बाद निर्णय लेने की बात कही है।

गौरतलब है कि जिस प्रकार शीतकालीन पलायन लाहुल व पांगी से होता है ठीक उसी प्रकार चम्बा जिला के जनजातीय क्षेत्र भरमौर के लोग भी शीतकालन प्रवास पर कांगड़ा,ऊना जिला व पंजाब में प्वास करते हैं। यह लोगो भी अपने खेतों में काम करने के लिए वापिस भरमौर लौटना चाहते हैं लेकिन भरमौर क्षेत्र से अबतक किसी राजनेता ने मुख्यमंत्री से इस बारे में बातचीत नहीं की अन्यथा इस क्षेत्र के लोगों को भी घर लौटने का मौका मिल जाता।

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