रोजाना24,चम्बाः कोरोना वायरस से बचाव के लिए लागू लॉकडाऊन की अवधि 14 अप्रैल को पूरी होने वाली है.लेकिन सरकार की ओर से मिल रहे संकेतों से लग रहा है कि लॉकडाऊन चौदह अप्रैल से आगे भी बढ़ाया जाएगा.ऐसे में अपने घरों से दूर रह रहे छात्रों,प्रशिक्षुओं,कामगारों के अलावा शीतकालीन प्रवास पर गए गद्दी समुदाय के लोगों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं.
ग्राम पंचायत सचूईं के उप प्रधान विजय कुमार बताते हैं कि क्षेत्र के सैकड़ों लोग अभी भरमौर वापिस नहीं लौट पाए हैं.उन्होंने कहा कि भरमौर में लोगों की आजीविका सेब की फसल पर निर्भर करती है.प्रूनिंग के बाद लोग निचले भागों की ओर चले गए थे लॉक डाउन से कारण वे अब वहीं फंसकर रहे गए हैं.क्षेत्र में सेब पर फूल आ गए हैं यह बागवान न तो कोई दवाई का छिड़काव कर पाए हैं व न ही खाद.विजय कुमार ने कहा कि खरीफ की बुआई के लिए खेतों को तैयार करने का समय चल रहा है अगर किसान समय पर अपने घर नहीं पहुंचे तो सब लोगों को अपनी वर्ष भर की रोजी रोटी के लिए तरसना पड़ेगा.
इसी प्रकार प्रदेश व प्रदेश से बाहऱ फंसे छात्रों, प्रशिक्षुओं व कामगारों ने घर लौटने के लिए वक्त देने की अपील करते हुए सोशल मीडिया पर सरकार से मांग उठाना शुरू कर दिया है.
इनका कहना है कि लोगों को घर पहुंचने का मौका भले ही कड़े नियमानुसार दिया जाए.लेकिन सबका सबका अपने घरों तक पहुंचना भी आवश्यक है । उनका कहना है कि जो लोगों संक्रमित हैं या जिनके संक्रमित होने होने की सम्भावना है वे सब क्वार्टाईन में हैं.अगर सरकार को लगता है घरों से दूर रह रहे लोग संक्रमित हो सकते हैं तो उन्हें घर में ही क्वार्टाईन किया जा सकता है.क्योंकि इससे वे तनाव महसूस नहीं करेंगे व अपने खेतों में भी कार्य कर सकेंगे।