रोजाना24ः जब प्रशासन ने नहीं सुनी तो ग्रामीणों को स्वयं मुरम्मत करना पड़ा लकड़ी का पैदल पुल.
थल्ली,सियुका,भरेड़ा गांव को रणुहकोठी से जोड़ने वाला यह पुल कई माह से दयनीय स्थिति में था.वर्ष 2007 में वन विभाग द्वारा निर्मित इस लकड़ी के पुल की मुरम्मत पांच वर्ष पूर्व की गई थी.पिछले कई माह से पुल के फट्टे सड़ कर टूट रहे थे जिससे यहां से गुजरने वाले लोगों की जान को जोखिम बना हुआ था.प्रशासन से मुरम्मत की गुहार लगा लगा कर थक चुके लोगों ने दो दिन पूर्व स्वयं ही इसे मुरम्मत करने की ठान ली.कर्फ्यू के कारण वे काम पर तो जा नहीं पा रहे थे.तो गांव के जफो राम,अनूप कुमार,कुलदीप कुमार,अनिल व देवो राम ने फैसला लिया कि इस दौरान वे पुल की मुरम्मत का कार्य करेंगे.जिसके लिए आवश्यक लकड़ी एकत्रित कर इसकी सड़ रही कड़ियों व फट्टों को बदल दिया.
ग्राम पंचायत रणुहकोठी के वार्ड सदस्य सैनो राम बताते हैं कि पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण लोगों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था.वन विभाग व प्रशासन को कई बार इसकी मुरम्मत के लिए कहा गया लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की.सैनो राम ने कहा कि स्थानीय लोगों ने इसकी अस्थाई हल कर दिया है लेकिन यहां स्टील ट्रस पुल बनाए जाने की आवश्यकता है.उन्होंने सरकार से मांग की है कि लोगों की समस्या को देखते हुए यहां स्टील ट्रस पुल बनाया जाए.
गौरतलब है कि इससे पूर्व सियूर पुल को भी ग्राणीम स्वयं मुरम्मत कर चुके हैं.