कोरोना अलर्ट : लौटने लगे हैं नेपाली व अन्य राज्यों के कामगार.

रोजाना24,चम्बा : जनजातीय क्षेत्र भरमौर में शीतकाल समाप्त होते ही यहां कार्य करने वाले देश के विभिन्न राज्यों के लोगों के साथ साथ पड़ोसी राज्य नेपाल से भी लोग चम्बा जिला के विभिनन भागोंं में पहुंच रहे हैं.

लेकिन इस वर्ष उनके यहां लौटने पर वो गर्मजोशी नहीं दिख रही.कारण कोरोना वायरस के समाचार हैं.दिन रात टीवी चैनलों व अखबारों में कोरोना वायरस की खबरें सुन सुनकर लोग अब किसी भी अजनबी या शीतकालीन प्रवास के बाद लौटते लोगों को भी कोरोना पीड़ित संदिग्ध की नजर से देख रहे हैं.

नेपाल से भरमौर पहुंचने वाले सब लोगों को चिकित्सीय निगरानी में रखने की मांग करते हुए ग्राम पंचायत सचूईं के पूर्व उप प्रधान सुमन कुमार कहते हैं कि क्षेत्र में दर्जनों लोग नेपाल से भरमौर पहुंच चुके हैं.जिनमें से कोई भी कोरोना से संक्रमित हो सकता है.भूल से अगर एक व्यक्ति भी कोरोना से पीड़ित यहां पहुंच गया तो यह पूरे देश के लिए समस्या बन सकता है.इसलिए स्वास्थ्य विभाग को समय रहते पड़ोसी देश से आने वाले लोगों को निगरानी में रखना चाहिए.

गौरतलब है कि भरमौर क्षेत्र में हर वर्ष नेपाल के सैकडों नागरिक यहां अपनी रोजी रोटी कमाने पहुंचते हैं.जिनमें कुछ दैनिक मजदूरी,मिस्त्री व कंटीनेंटल फूड की दुकाने चलाते हैं.पड़ोसी राज्यों से यहां आने वाले लोगों से स्थानीय लोग स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.लोगों को डर है कि कहीं इनमें कोई कोरोना वायरस लेकर न आया हो.

इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी चम्बा डॉ राजेश गुलेरी बताते हैं कि चम्बा में कोरोना के लिए कोई जांच केंद्र तो नहीं है लेकिन संदिग्ध को सीधे टांडा रैफर किया जाता है.उन्होंने कहा कि विभाग ने 20 फरवरी के बाद जिला में प्रवेश करने वाले सभी विदेशी नागरिकों की कोरोना संक्रमित होने की सम्भावना पर नजर रखी जा रही है.उन्होंने कहा कि विदेशी नागरिकों के पहुंचने की सूचना उन्हें केंद्र से भेजी जाती है.उन्होंने कहा कि इस संदर्भ मे फील्ड स्टाफ को नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं.अगर कोरोना संक्रमण के किसी संदिग्ध मरीज का पता चलता है तो उसे शीघ्र अलग करके टांडा भेजा जाएगा.

भले ही अभी कोई कोरोना संक्रमित न हो लेकिन लापरवाही के चलते कोई मामला पॉजिटिव पाया गया तो स्थिति नियंत्रण करना मुश्किल हो जाएगा.लोगों की चिंता निराधार भी नहीं है.