रोजाना24,शिमला : विश्व भर में दहशत का प्रयाय बन चुके कोरोना वायरस ने चार दिन पूर्व हिमाचल में भी लोगों उस समय भयभीत कर दिया था जब खबरें आने लगीं कि कोरोना से पीड़ित होने की सम्भावना में एक व्यक्ति को शिमला व दो को टांडा मेडिकल कॉलेज में टेस्ट हेतु दाखिल किया गया है.
मीडिया से खबर निकलते ही पूरे प्रदेश में कोरोना को लेकर चिंता सताने लगी.एक ओर स्वास्थ्य विभाग ने इन संदिग्ध कोरोना पीड़ितों की जांच के लिए उनके सैम्पल लैब में भेज दिए गए वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने सत्ता पक्ष को विस में घेर लिया.कोरोना की हिमाचल में एंट्री व उसकी रोकथाम को लेकर अभी प्रदेश सरकार से जबाव मांगे ही जा रहे थे कि आज संदिग्ध कोरोना पीड़ितों की जांच रिपोर्ट लैब से आ गई.
आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने हिमाचल में कोरोना की ‘नो एंट्री’ की पुष्टि करते हुए कहा कि तीनों लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव है.इस प्रकार हिमाचल में कोरोना वायरस का कोई भी मामला नहीं है.
डॉ जनक राज ने कहा कि सरकार किसी भी आपदा से निपटने के लिए हमेशा आगे रहती है.इसलिए लोगों को अफवाओं पर ध्यान नहीं देना चाहिए.उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना से निपटने के लिए संसाधन मौजूद हैं.
इस दौरान उन्होंने स्वाइन फ्लू पर भी जानकारी देते हुए कहा कि इस वर्ष स्वाइन फ्लू का वायरस लोगों की जागरूकता व शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होने के कारण कम घातक सिद्ध हुआ है.उन्होंने लोगों को स्वच्छता पर ज्यादा जोर देते हुए कहा कि अगर लोग स्वच्छता को अपनाते हैं तो किसी भी प्रकार के वायरस व बैक्टीरिया से बच्चे जा सकता है.
स्वास्थ्य विभाग की पुष्टि को बाद प्रदेश के लोगों ने कोरोना के डर से राहत की सांस ली है.