रोजाना24,चम्बा : धार्मिक नजरिए से सौ प्रतिशत हिन्दु बहुल भरमौर क्षेत्र में कभी धार्मिक उन्माद नहीं फैला.लेकिन पिछले चार माह में ही दो बार भगवान शिव की प्रतिमा तोड़े जाने से क्षेत्र के लोगों में रोष है. जनजातीय क्षेत्र भरमौर के लाहल नामक स्थान पर भगवान शिव की प्रतिमा खंडित करने का मामला सामने आया है.बीती शाम हुइ इस घटना से क्षेत्र में काफी रोष है.घटना की सूचना मिलते ही पुलिस दल भी जांच के लिए पहुंच गया है.लेकिन अभी तक इसमें कोई सुराग नहीं मिला है.
प्राप्त जानकारी अनुसार भरमौर उपमंडल में लाहल गांव के पास प्रथम मणिमहेश दर्शन नामक स्थान के पास स्थापित भगवान शिव प्रतिमा को तोड़ दिया गया है.
गौरतलब है कि मात्र चार माह में इस स्थान पर देव प्रतिमा तोड़ने की दूसरी घटना है इससे पूर्व 3 अक्तूबर 2019 को भी यहां स्थापित शिव प्रतिमा को किन्ही अज्ञात लोगों ने तोड़ डाला था.जिसके बाद यहां नई प्रतिमा स्थापित की गई थी जिसे कल रात को किसी ने फिर तोड़ डाला है.
पुलिस थाना प्रभारी नितिन चौहान ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.उन्होंने कहा कि ऐसी घटना के जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
उधर इस घटना पर सम्बंधित ग्राम पंचायत खणी ने एचपीपीटीसीएल में कार्यरत कामगारों को संदेह के घेरे में लाते हुए उनकी पड़ताल करने की मांग की है.पंचायत प्रधान अंजू देवी ने कहा कि भरमौर शिवभूमि है और शिव का अपमान यहां बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.उन्होंने कहा कि यह धार्मिक आस्था को बार बार चोट कर उकसाने वाला मामला है.जिसके पीछे कोई गहरी साजिश हो सकती है.उन्होंने कहा कि टॉवर निर्माण में जुटे किसी भी बाहरी कामगार को पुलिस वैरिफिकेशन के बिना काम करने नहीं दिया जाएगा.उन्होंने कह कि मूर्ति खंडित करने की घटना ने क्षेत्र के लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है.एक बार यह घटना दुर्घटनावश मानी जा सकती है लेकिन बार बार यह सहन नहीं किया जा सकता.उन्होंने कहा कि क्षेत्र में दर्जनों लोग बिना पुलिस वैरिफिकेशन के विद्युत परियोजना व एचपीपीटीसीएल के टॉवर निर्माण में ठेकेदारों के माध्यम से कार्यरत हैं.जो कि संदेह के दायरे में हैं.इससे पूर्व भी इस पंचायत में पाकिस्तान लिखित गुब्बारा भी मिल चुका है.पुलिस को अब तक किसी भी मामले में कोई साक्ष्य नहीं मिल पाया है.
उधर इस मामले में शिव भूमि सेवादल ने घटना पर अपना गुस्सा प्रकट करते हुए पुलिस से शरारती तत्वों को तुरंत पकड़ने की मांग की है.सेवादल प्रतिनिधियों ने कहा है कि क्षेत्र में चल रही परियोजनाओं में कार्यरत सैकडों लोगों को न तो कानून व्यवस्था का भय है व न ही पुलिस को कोई इनके बारे में कोई जानकारी है.जिस कारण यह अपराधिक मानसिकता वाले लोग यहां शांत माहौल को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं.
भगवान शिव की ही भूमि में उसके महाशिवरात्रि पर्व से पूर्व ही प्रतिमा तोड़ना शिव अनुयायियों को परेशान किए हुए है.