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सेब हुआ पुराना,अब किवी और अनार है उगाना.

रोजाना24,चम्बा : सेेेब भूमि से विख्यात चम्बा जिला  से भरमौर क्षेत्र के लोगों का रुझान अब सेेब की पारम्परिक बागवानी  से हटकर किवी अनार की ओर बढ़ रहा है.जनजातीय क्षेत्र भरमौर में इन दिनों बागवान नये फल पौधे खरीद रहे हैं.उद्यान विभाग भरमौर की ओर से उपलब्ध करवाए जा विभिन्न प्रकार के पौधों में से बागवान अब सेब के बजाए किवी,अनार,खुमानी,आड़ू व अखरोट को ज्यादा एहमियत दे रहे हैं.विभाग के पास बागवान इन्हीं फलों के पौधे मांग रहे हैं.विभाग के विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ एसएस चंदेल बताते हैं कि पूरे उपमंडल में अबतक सेब को ही प्राथमिकता दी जाती रही है.लेकिन मंडियों में सेब का उचित मुल्य न मिलने के कारण बागवान वर्षों से परेशान हैं.इस वर्ष बम्पर पैदावार होने के बावजूद बागवानों को सेब के उचित दाम नहीं मिल पाने के कारण बागवान अब पारम्परिक सेब बागवानी में बदलाव कर आड़ू,खुमानी,अनार,किवी,अखरोट आदि फलों पर ज्यादा भरोसा जताने लगे हैं.

डॉ चंदेल ने कहा कि बागवानों की मांग पर ही विभाग विभिन्न प्रकार के फलों के पौधे भरमौर,होली,खणी व बड़ग्रां में बागवानों को उपलब्ध करवा रहा है.उन्होंने कहा कि इन पौधों के अलावा विभाग सेब के पौधे भी बागवानों को उपलब्ध करवा रहा है.उन्होंने कहा कि विभाग के बिक्री केंद्रों पर उपरोक्त सभी फलों के पौधे मौजूद हैं.जिन्हें बागवान किसी कार्य दिवस पर प्राप्त कर सकते हैं.

गौरतलब है कि मणिमहेश यात्रा के दौरान भरमौर क्षेत्र के लोग खुमानी,आड़ू,अखरोट जैसे फल तो बेच लेते हैं लेकिन सेब की फसल तब तक पूरी तरह तैयार नहीं होती जिस कारण लोगों को सेब की फसल बड़ी मंडियों में ही औने पौने दामों पर बेचनी पड़ती है.अब बागवान लागत व मांग को समझते हुए चुनिदां फलों की बागवानी पर ध्यान दे रहे हैं.

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