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पॉवर कटों से राहत क्या मांगी,उन्होंने तो और सूचि थमा दी !

रोजाना24,चम्बा : चम्बा जिला के मैहला व भरमौर विकास खंडों में इन दिनों लोग बिजली की परेशानी से जूझ रहे हैं.इन विकास खंड में हर दो या तीन दिन बाद विभाग पॉवर कट लगाए जा रहा है.यह सिलसिला सितम्बर माह से लगातार जारी है.

तीन माह से पॉवर कटों से परेशान लोगों ने आज व्यापार मंडल भरमौर के माध्यम से एक शिकायत पत्र अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर को सौंपा.जिसमें व्यापार मंडल ने सर्दियों व बच्चों की वार्षिक परीक्षाओं का हवाला देते हुये पॉवर कट बंद करने की मांग की है.व्यापार मंडल अध्यक्ष देशराज शर्मा ने कहा कि आजकल तापमान शुन्य से नीचे गिर गया है.वहीं सूर्योदय का समय सुबह नौ बजे व सूर्यास्त अढाई बजे हो रहा है.ऐसे में दिन की अवधि मात्र साढे पांच घंटे की रह गई है.इसलिए यहां तीन बजे के बाद घरों में रोशनी के लिए बिजली की आवश्यकता पड़ जाती है.वहीं आजकल बच्चों की वार्षिक परीक्षाएं भी चल रही हैं.बिजली के कटों के कारण उनकी पढ़ाई भी बाधित हो रही है.उन्होंने प्रशासन से मांग की कि यह पॉवर कट अब रोक दिए जाएं व इन्हें मई माह से शुरू किया जाए.अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर ने ज्ञापन सौंपने आए प्रतिनिधि मंडल को बातों की छुट्टी पिला कर आश्वस्त कर दिया.

अभी यह प्रतिनिधि मंडल  बिजली के कटों को रोकने की मांग करके लौटा ही था तो उधर विद्युत विभाग द्वारा जारी दिसम्बर माह के बाकि बचे दिनों में लगने वाले पॉवर कटों की सूचि सोशल मीडिया में आ गई.जिसमें विद्युत उपमंडल राख की सहायक अभियंता अनामिका शर्मा ने दिसम्बर माह में 06,10,13,17,20,24 व 27 दिसम्बर को पॉवर कट लगाने की घोषणा कर दी.विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति अनुसार करियां गरोला 33 केवी विद्युत लाईन की मुरम्मत व रख रखाव के लिए यह पॉवर कट लिए जा रहे हैं.जिससे निर्धारित दिनों में छतराड़ी,कूंर,बंदला,जांघी,दाड़वीं,बाण,दुलाड़ा,गुराड़,कुठेड़,लिहल,बेल्ज,धरवाला,चूड़ी,सुनारा पंचायतों सहित पूरे भरमौर विकास खंड में सुबह 09 बजे से सायं 06 बजे तक बिजली बंद रहेगी.

विभाग द्वारा जारी पॉवर कटों की सूचना मिलने के बाद लोगों में सरकार व विभाग के प्रति रोष फैल गया है.अब लोगों ने सीधे तौर पर स्थानीय विधायक को इस मामले में जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया है.एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष अविनाश शर्मा ने कहा है कि विभाग ने बिजली मुरम्मत के लिए गलत समय चुना है.इस समय शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में एसए 2, वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं.ऐसे में विभाग को बच्चों की पढ़ाई को भी ध्यान में रखना चाहिए था.उन्होंने कहा कि स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने भी लोगों की इस समस्या को दूर करने का प्रयास नहीं किया है.उन्होंने कहा कि मई से अक्तूबर तक बिजली मुरम्मत के लिए पर्याप्त समय रहता है.मुरम्मत के नाम पर लोगों को ठंड व अंधेरे में झोंकना तर्कहीन है.

लोगों के विरोध के बावजूद विभाग का अपने निर्णय पर अडिग रहने से पनपे रोष से किसे लाभ या हानि होने वाली है यह तो आने वाला समय बताएगा बहरहाल विभाग के कटों से दिसम्बर माह में लोगों को राहत मिलना मुश्किल है.

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