रोजाना24,चम्बा : चम्बा जिला के जनजातीय क्षेत्र भरमौर में सियूंर पंचायत को जोड़ने वाला पुल लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.होली खड़ामुख सड़क मार्ग से ग्राम पंचायत सियूंर व गरीमा को जोड़ने वाले सियूंर पुल दो बार टूट चुका है.जैसा कि लोगों का आरोप है कि पुल के ऊपरी भाग में सड़क चौड़ाई के कार्य में जुटे ठेकेदार ने लापरवाही से कार्य करते हुए पुल को तोड़ डाला.जिस पर न तो सरकार व न ही विभाग ने सार्वजनिक मार्ग में बाधा पहुंचाने के अपराध में कार्यवाही की.पहली बार तो लोनिवि ने करीब बीस लाख रुपये खर्च कर इसे पैदल चलने योग्य बना दिया.लेकिन पिछले चार माह से टूटे पुल के कारण लोगों का जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है.ग्राम पंचायत सियूंर के दर्जनों स्कूली बच्चे,सरकारी,गैर सरकारी दैनिक कामगारों हर रोज अपने गंतव्य तक पहुंचने में जान जोखिम में डालकर चलना पड़ रहा है.लोगों रावी नदी पार करने के लिए एक अस्थाई पुलिया का निर्माण तो किया है लेकिन इस पर चलना जान जोखिम में डालना है.महीनों पूर्व तार तार हो चुके इस पुल के निर्माण के लिए लोनिवि,प्रशासन व सरकार ने कोई प्रयास नहीं किया.
पुल निर्माण कार्य को लटकता देख पंचायत के लोगों ने इस संदर्भ में आज एडीएम भरमौर को एक ज्ञापन सौंपा.पंचायत प्रधान दुनी चंद की अगुआई में दर्जनों लोगों ने इस पुल की जल्द मुरम्मत की मांग की.लोगों ने दो टूक शब्दों में कहा कि 1.5 मैगावॉट बीके सैनी जलविद्युत परियोजना ने सरकार के साथ हुए एमओयू का उल्लंघन करते हुए निर्धारित 35% पानी नाले में नहीं छोड़ा है जिस कारण लोगों के घराट बंद हो गए हैं व पशुओं व जंगली जानवरों को पेयजल भी नहीं मिल पा रहा है.उन्होंने कहा इसके अलावा एल एंड टी से एचपीपीटीसीएल के टॉवर निर्माण का कार्य ठेके पर लेकर कार्य कर रही ‘आपार’ कम्पनी ने न तो कामगारों के काम का भुगतान कर रही है व न ही भूमि मालिकों को मुआवजे का पूरा भुगतान कर रही है.कम्पनियों ने जनजातीय लोगों को शोषण किया है.
अब देखना यह है कि सरकार इस पुल का निर्माण करने में जल्द कोई फैसला लेती है या लोगों के सब्र का इम्तिहान !