रोजाना24,चम्बा : आज जनजातीय क्षेत्र भरमौर में विधायक के औचक निरीक्षण में उपमंडलीय आयुर्वैदिक अस्पताल भरमौर स्टाफ के कुछ सदस्य नारद पाए गए.विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री हिप्र,निदेशक स्वास्थ्य मंत्रालय से कार्यवाही की मांग की है.
भरमौर पांगी विस के विधायक जिया लाल कपूर ने कहा कि आज सुबह कुछ लोगों ने फोन कॉल पर सूचना दी कि उपमंडलीय आयुर्वैदिक अस्पताल भरमौर में चिकित्सक नहीं हैं जिस कारण उन्हें उपचार में दिक्कत आ रही है.शिकायत पाकर जिया लाल कपूर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर व अपने सहयोगी पूर्व जनजातीय सलाहकार परिषद सदस्य इंद्र सिंह ठाकुर,भाजपा महामंत्री अनिल कुमार,टीएसी सदस्य सत्यप्रसाद,राकेश जरयाल सहित अस्पताल पहुंचे.जिया लाल कपूर ने कहा कि अस्पताल में एसडीएएमओ,एएमओ व कनिष्ठ सहायक पिछले कई दिनों से नारद थे.जिस पर उन्होंने एटीएम भरमौर को इस बारे तत्काल कार्यवाही करने को कहा.
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर पृथी पाल सिंह ने कहा कि उन्होंने वहां मौजूद हाजिरी रजिस्ट्र का निरीक्षण कर पाया कि एसडीएएमओ सहित एएमओ व जूनियर एसिस्टैंट पिछले दस दिनों से नारद हैं.चिकित्सक अभिषेक द्वारा छुट्टी के लिए प्रार्थना वहां रखा मिला है जबकि अन्य दोनों द्वारा न तो अपने विभाग से व न ही एडीएम से छुट्टी मांगी गई है.उन्होंने कहा कि अनुपस्थित चिकित्सकों को अपना पक्ष रखने के निर्देश जारी किए गए हैं.अगर उनके द्वारा दिया गया तर्क नियमानुसार नहीं पाया जाता तो तीनों को निलम्बित कर दिया जाएगा.
विधायक जिस लाल कपूर ने कहा कि सर्दियों का मौसम आने के साथ ही इस जनजातीय क्षेत्र से कर्मचारी व अधिकारी फरलू मारना शुरू कर देते हैं.यह अधिकारी व कर्मचारी बिना बताये कार्यालयों से नारद रहते हैं जिस कारण आम जनमानस को कार्यालयों के बार बार चक्कर काटने पड़ते हैं.उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र में सेवाएं देने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा अधिक वेतन दिया जाता है.अगर भारी भरकम वेतन पाने के बावजूद वे अपनी सेवाएं लोगों को मुहैया नहीं करवाना चाहते तो वे अपना तबादला कहीं और जगह करवा लें या फिर नौकरी छोड़ दें.लापरवाही भरे तरीके से नौकरी करने से बेहतर है कि वे आजकल के ज्यादा पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं के लिए जगह छोड़ दें.उन्होंने कहा कि कार्यालयों से अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारी अधिकारियों के विरुद्ध औचक निरीक्षण का अभियान जारी रहेगा.अन्य विभागों में भी औचक निरीक्षण किए जाएंगे.
विधायक के औचक निरीक्षण की खबर फैलते ही अन्य विभागों में हलचल तेज हो गई.इसका असर यह हुआ कि सामन्य तौर पर लोगों को टकराने वाले बाबू लोगों को बुला बुला कर कार्य करने लगे.
विधायक के आक्रामक तेवरों का प्रभाव सरकारी तंत्र पर कितना व कब तक रहता है यह तो आने वाले समय में पता चल जाएगा.लेकिन सूचना यह भी है कि लघु सचिवालय में कर्मचारियों अधिकारियों को समय पाबंद बनाने के लिए लगी बायो मीट्रिक मशीन व सीसीटीवी भी काम नहीं कर रहे.