रोजाना24,चम्बा : जनजातीय क्षेत्र में लोगों को सरकारी सेवा कितनी मयस्सर हैं इसका पता इसी बात से चल जाता है कि बजोल पंचायत में बीते वर्ष अक्तूबर माह में भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हुई विद्युत लाईन अब जाकर ठीक हुई है पंचायत के धारड़ी,गरौंडा व सिंदी में एक वर्ष बाद लोगों ने घरों में बिजली की रोशनी देखी.
बिजली बहाल करने में देरी की वजह पर विभागीय सहायक अभियंता विक्रम शर्मा बताते हैं कि उपमंडल के अंतिम छोर पर बसी इस पंचायत के लिए बिछाई गई विद्युत लाईन को नये सिरे से बिछाने पड़ा है.वहीं विभाग के पास कर्मचारियों का भी चोटी है जिस कारण बिजली बहाल होने में देरी हुई है.इन गांवों में 35 से 40 बिजली के मीटर लगे हुए हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत में बिजली बहाल करने में विभागीय कनिष्ठ अभियंता दिनेश ठाकुर ने सराहनीय प्रयास किया है.जिस कारण बिजली बहाल हो पायी है.कनिष्ठ अभियंता दिनेश ठाकुर का तबादला कुछ माह पूर्व ही भरमौर से होली हुआ है.उनसे जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पंचायत के लिए करीब 35 किमी एच टी व एलटी तार बिछाई गई है.गांव तक बिजली पहुंचाने के लिए गहरी खाइयों के पार तक तार पहुंचाना बेहद मुश्किल कार्य था जिसके लिए उन्होंने कुछ रॉक क्लाईम्बर की मदद भी ली जिन्होंने जान जोखिम में डाल कर इन खाइयों के पार तक तारें पहुंचाने में सहयोग किया.उन्होंने कहा कि इस लाइन पर पांच से छ: लोग हर रोज कार्य कर रहे थे.
गौरतलब है कि विद्यत विभाग के पास कर्मचारियों की इस कदर कमी है कि एक माह के कार्य को पूरा करने में पूरा वर्ष लग रहा है.वहीं बिजली की छोटी मोटी खराबी पर उसकी तुरंत मुरम्मत नही हो पा रही है.
अक्तूबर माह के अंत में बहाल हुई बिजली सुविधा का ग्रामीण कितने दिन तक लाभ उठा पाते हैं यह तो आगामी शीतकाल की बर्फवारी के दौरान पता चल जाएगा लेकिन ग्रामीणों को बिन बिजली के साल भर मीटर रेंट चुकाना पड़ा है इस पर विभाग ने कोई रियायत उपभोक्ताओं को नहीं दी है.