तिरलोचन के वंशजों में से एक हैं पदम श्री मुसाफर राम.मुसाफर राम को देव वाद्य यंत्र पौण बजाने में महारत हासिल है.इसी कला के लिए उन्हें राष्ट्रपति ने पदम श्री से सम्मानित किया है.मुसाफर राम शतायु के करीब हैं.शारीरिक रूप से कमजोर होने के बावजूद वे श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति देने चौरासी मंदिर परिसर पहुंचे.वयोवृद्ध मुसाफर राम से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सैकड़ों श्रद्धालुओं की कतारें लग गईं.