रोजाना24,चम्बा :भरमौर क्षेत्र में इस समय दो दर्जन से अधिक जल विद्युत परियोजनाएं स्वीकृत हैं जिनमें से आधी या तो निर्माणाधीन हैं या फिर वे विद्युत उत्पादन कर रही हैं.क्षेत्र की इन परियोजनाओं में तैयार हो रही बिजली को हाई टेंशन तारों के माध्यम से लाहल नामक स्थान में बन रहे पॉवर स्टेशन तक लाया जाएगा.जहां से इसे देश के अन्य भागों में भेजा जाएगा.
बजोली होली विद्युत परियोजना में तैयार होने वाली बिजली भी होली से लाहल तक लाई जाएगी.भरमौर किसान बागवान संघ ने आज इस संदर्भ में एचपीपीटीसीएल अधिशाषी अभियंता से बातचीत कर अपनी प्रमुख मांगें रखते हुए कहा कि.उन्हें इस लाइन को लेकर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन उनकी कुछ आवश्यक मांगें हैं जिनका पूरा किया जाना भी आवश्यक है.उन्होंने कहा कि यूं तो इस विद्युत लाईन के लिए ज्यादातर सरकारी भूमि का ही उपयोग किया गया है लेकिन इसके बावजूद सैकड़ों किसानों की भूमि के ऊपर से हाई टैंशन तारें गुजरेंगी.जिन किसानों की भूमि में विद्युत लाईन के खम्भे लगाए जाएंगे उनके लिए तो एचपीपीटीसीएल ने पचास हजार रुपये प्रति बिस्वा की दर भूमि मालिकों को दे दिया है.लेकिन बहुत से बागवान व किसान ऐसे भी हैं जिनकी भूमि में बिजली के टॉवर नुमा खम्भे तो नहीं लगेंगे लेकिन हाई टेंशन तारें उनकी भूमि से गुजरने के कारण वे अपने बगीचों में न तो पेड़ लगा सकेंगे व न ही कोई भवन निर्माण कर सकेंगे.ऐसे में वे ऐसी भूमि के मालिक बन कर रह जाएंगे जिसमें वे फलदार पौधे नहीं उगा पाएंगे.बागवानों ने तर्क दिया कि जिन भागों में यह हाई टेंशन विद्युत लाइनें गुजरती हैं उनके नीचे के पेड़ों को काट छांट दिया जाता है.ताकि उनमें करंट प्रवाहित न हो सके.वहीं उनके नीचे किसी प्रकार का निर्माण नहीं करने दिया जाता.
बैठक में किसानों बागवानों ने कहा कि कम्पनी ने उन बागवानों के लिए कोई मसौदा तैयार नहीं किया है जिनकी भूमि के ऊपर से तारें गुजरेंगी.इस लिए वे जल्द इस पर अपना रुख साफ करे.बैठक में उपस्थित अधिकारी किसानों बागवानों का मांग पत्र लेकर उस पर विचार करने की बात कह कर निकल गए.