रोजाना24,चम्बा : शीतकालीन हिमपात के बाद से जनजातीय क्षेत्र भरमौर में बिगड़े हालात अभी भी नहीं सुधरे हैं। उपमंडल के दूर दराज के इन गांवों में खाद्य सामग्री भी समाप्त हो गई है.लोग राशन के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
भरमौर क्षेत्र में सितंबर से मार्च माह तक अग्रिम राशन जारी किया जाता है.लेकिन यह राशन अब समाप्त हो चुका है.इसके अलावा उपभोक्ताओं को कुछ आवश्यक खाद्य सामग्री मसलन दूध,सब्जियां,हर रोज खरीदनी पड़ती हैं.जनवरी माह के बाद से भरमौर क्षेत्र के दूर दराज के गांवों तक पहुंचने वाले सड़क मार्ग बंद पड़े हैं जिस कारण गांवों तक न राशन की नई खेप नहीं पहुंच पाई है.समस्या यहीं समाप्त होती नहीं दिखती लोगों को सरकारी डिपुओं से खाली हाथ लौटाया जा रहा है.डिपुओं से राशन न मिलने के कारण मायूस लोग स्थानीय दुकानदारों से राशन मांगते हैं तो यहां भी उन्हें राशन नहीं मिल रहा.यूं तो सितम्बर 2018 के बाद से ही भरमौर क्षेत्र के सड़क मार्गों की हालत खराब है लेकिन आज तो कुछ गांवों तक खच्चर तक नहीं पहुंच पा रही.जिस कारण इन गांवों में स्थित दुकानों पर भी खाद्य सामग्री नहीं पहुच पाई है.लोगों को न तो डिपो व न ही दुकान से सामान मिल पा रहा है.ग्राम पंचायत बड़ग्रां के उप प्रधान किशोरी लाल बताते हैं कि भरमौर से छोटे वाहनों द्वारा हरछू तक तो सामान ले जाया जा सकता है लेकिन उससे आगे बड़ग्रां,कुठार,पलाणी व भदरा गांव तक खच्चर निकलने तक रास्ता नहीं है.
बड़ग्रां स्थित डिपो धारक की माने तो उन्होंने सड़क मार्ग ठीक न होने के कारण शीतकालीन राशन कोटा भी डिपो से पूर्व पलाणी नामक स्थान से ही वितरित कर दिया था बड़ग्रां के लिए अक्तूबर 2018 से ही सड़क मार्ग बंद है.
वहीं ग्राम पंचायत कुआरसी, सियूंर व ग्रीमा के लोगों ने कहा कि सड़क मार्ग बहाल न हो पाने के कारण लोगों को खाद्य सामग्री की किल्लत खड़ी हो गई है.वहीं लोगों के बीमार या गर्भवती महिलाओं को इस स्थिति में अस्पतल तक पहुंचाने के विषय में तो वे सोच ही नहीं सकते.उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उनके गांवों तक जोड़ने वाले सड़क मार्गों को तुरंत बहाल करने की व्यवस्था की जाए.
क्षेत्र में सड़क मार्गों को बहाल करने के मुद्दे पर लोनिवि अधिशाषी अभियंता इंद्र सिंह उत्तम बताते हैं कि विभाग तमाम सड़क मार्गों को जल्द बहाल करने के प्रयास में जुटा हुआ है.उन्होंने कहा कि सड़क मार्गों को बहाल करने के प्रयास कमजोर न हों इसके लिए कर्मचारियों को छुट्टियों पर भी नहीं भेजा जा रहा.कर्मचारयों ने विपरीत व जोखिम भरी परिस्थितियों में सबसे पहले राष्ट्रीय राज मार्ग को बहाल किया है जिसके बाद सम्पर्क सड़क मार्गों को बहाल करने में जुटे हुए हैं.उन्होंने कहा कि भरमौर-हड़सर,भरमौर-चोबिया,भरमौर-कंढेलू,खड़ामुख-दियोल सड़क मार्गों को बसों के लिए बहाल किया जा चुका है.जबकि उलांसा,तुन्दाह,खणी,छतराड़ी आदि सड़क मार्गों को छोटे वाहनों के लिए खोला जा चुका है.क्षेत्र के सभी सड़क मार्गों की मुरम्मत का कार्य चल रहा है.उन्होंने कहा कि बड़ग्रां के लिये पलाणी से आगे के सड़क मार्ग पर बिछी बर्फ की मोटी परत को काटकर रास्ता बनाया जाएगा.