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न तो 108 व न ही 112 पर हो पाई कॉल,पीठ पर उठाकर पहुंचाया अस्पताल,फिर भी न बची जान.

रोजाना24,चम्बा : आपात स्वास्थ्य सेवा वाहन न मिलने पर मरीज समय पर नहीं पर नहीं पाया अस्पताल,हुई मृत्यु.

जनजातीय क्षेत्र भरमौर में जीवन कितना कठिन है इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि भरमौर मुख्यालय से करीब चालीस किमी दूर चन्हौता गांव के गरीबू राम को अस्पताल पहुंचाने के लिए कोई आपात सेवा वाहन नहीं मिला.जिस कारण गरीबी राम को समय रहते अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका और अस्पताल पहुंचने के कुछ देर बाद ही उसकी मृत्यु हो गई.

प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत चन्हौता के नूहरी गांव का गरीबू राम कुछ दिनों से सांस की बीमारी से जूझ रहा था.गरीबू राम की इकलौती बेटी व दामाद डीसी उनकी देखभाल कर रहे थे.गरीबू राम की तबीयत बिगड़ती देख डीसी राम ने आपात सेवा नं 108 व 112 पर भी कॉल की लेकिन इन नम्बरों पर कॉल ही नहीं लग पाई.जिस कारण गरीबू राम व उनका दामाद होली गरोला सड़क तक पहुंचने के लिए पैदल ही निकल पड़े.सड़क से वे वाहन द्वारा भरमौर स्थित पुराना बस अड्डा तक पहुंचे लेकिन इससे आगे अस्पताल तक पहुंचने के लिए फिर से वाहन की व्यवस्था न हुई तो डीसी राम ने बीमार ससुर को बर्फ भरे सड़क मार्ग पर पीठ पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया.

तब तक गरीबू राम की स्थिति गम्भीर हो चुकी थी.चिकित्सकों ने अपनी ओर से भरपूर प्रयास किए लेकिन अस्पताल पहुंचने के डेढ घंटे बाद ही उसकी मृत्यु हो गई.

खंड चिकित्सा अधिकारी अंकित शर्मा ने कहा कि मरीज को अस्पताल पहुंचने देरी हो गई थी अगर एक घंटा पहले पहुंचा दिया गया होता तो हालत में सुधार हो सकता था.

डीसी राम ने कहा कि आज आपात सेवा नं 108 व 112 पर कॉल न हो पाने के कारण उन्हें कोई मदद नहीं मिल पाई जिस कारण वे अपने ससुर को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचा पाए.उन्हें सारी उम्र अफसोस रहेगा कि वे सरकार की सेवाओं का इंतज़ार करते रह गए.

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