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बिना डॉक्टर वाला अस्पताल,पर किससे करवाएं ईलाज ?

रोजाना24,चम्बा : बिना डॉक्टर वाले अस्पताल के जिम्मे है छतराड़ी घाटी के लोगों का स्वास्थ्य !

विकास खंड मैहला के ग्राम पंचायत छतराड़ी स्थित स्वास्थ्य केंद्र पिछले एक वर्ष से चिकित्सक के बगैर ही चल रहा है.जिस कारण बीमार लोग बेहाल हैं.इस पीएचसी में पिछले एक वर्ष से चिकित्सक का पद खाली चल रहा है.बिना चिकित्सक के लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चूड़ी या क्षेत्रीय अस्पताल चम्बा जाना पड़ रहा है.

इस स्वास्थ्य केंद्र पर ग्राम पंचायत कूंर,छतराड़ी व पियूरा की करीब चार हजार की आबादी आश्रित है.स्थानीय लोगों की माने तो स्वास्थ्य केंद्र पर एक फार्मासिस्ट व दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात हैं.सिर व पेट दर्द जैसी सामान्य बीमारी में फार्मासिस्ट ही दवाई दे देता है.लेकिन गम्भीर बीमारी की स्थिति में मरीजों की जान पर बन आती है.

गौरतलब है कि मरीज की स्वास्थ्य जांच कर दवाई लिखने के लिए चिकित्सक को ही अनुमति है.ऐसे में प्रश्न यह है कि जब फार्मासिस्ट दवाई लिख नहीं सकता तो बिना चिकित्सक वाले अस्पतालों में उन्हें तैनात ही क्यों किया गया है ?

छतराड़ी घाटी के लोगों का कहना है कि जब डॉक्टर ही नहीं तो फिर अस्पताल किस काम का. उन्होंने सरकार से मांग की है कि अस्पताल में कम से कम दो चिकित्सक नियमित रूप से तैनात किए जाएं. इस बारे में खंड चिकित्सा अधिकारी अभिनव से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि छतराड़ी स्थित पीएचसी में तैनात चिकित्सक पिछले वर्ष ही एमडी ट्रेनिंग के लिए चले गए हैं जिस कारण उक्त स्वास्थ्य केंद्र का पद खाली है.जब उनसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चूड़ी में चिकित्सकों की स्थिति के बारे पूछा तो उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में वे स्वयं एक मात्र स्वास्थ्य अधिकारी हैं.उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य खंड में खाली पदों की जानकारी उच्च अधिकारियों को भेजी गई है.उन्हें उम्मीद है कि सरकार जल्द ही इस स्वास्थ्य खंड के खाली पदों को भर्ती.

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