भरमौर क्षेत्र के सम्पर्क मार्गों की दशा सुधरने के बजाए बिगड़ती जा रही है.मौसम साफ हो तो वाहनों के चलने से सड़क पर फैली मिट्टी से धूल उड़ती है तो वर्षा होने पर कीचड़.यहां तो लोगों को पुराना बस अड्डा से सावनपुर तक के राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर पैदल चलना मुश्किल हो रहा है. भरमौर मुख्यालय से जुड़े सम्पर्क मार्ग मलकौता व ग्रीमा की हालत और ज्यादा खराब है.लोगों को इन मार्गों पर पैदल चलना भी चुनौती बना हुआ है.पुराना बस अड्डा भरमौर से जुड़े गरीमा सम्पर्क मार्ग पर पर्वतारोहण विभाग के कार्यालय के पास सड़क पर वर्षा व नाले का पानी बहने से लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है.सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूली बच्चों को होती है जिनके नन्हें कदम कीचड़ को लांघ नहीं पाते.यही ऐसे स्थान पर वाहन गुजरने के दौरान भी बच्चों व अन्य राहगीरों के कपड़े कीचड़ के छींटों से खराब हो जाते हैं.
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि मुख्यालय के आसपास बसी घनी आबादी की समस्या को देखते हुए इन्हें तुरंत ठीक करवाया जाए.