जिन कम्पनियों की लापरवाही,वही करेंगी जीर्णोद्धार ….जिया लाल कपूर.

रोजाना24,चम्बा :-  उपमंडल भरमौर की होली घाटी में सिंतबर माह में होली नाले में आए उफान के चलते तहस-नहस हुई गुआला-अंदलाग्रां सड़क का निर्माण जीएमआर और ओम एनर्जी कंपनी करेगी। दोनों कंपनियों अपने परियोजनाओं के निर्माण हेतु इस सड़क का उपयोग कर रही थी और पूर्व में जीएमआर ने ही इस सड़क का निर्माण कार्य किया था। नाले में जलस्तर बढ़ने के साथ ही सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है और होली गांव के दर्जन भर मकानों के भी गिरने का खतरा पैदा हो गया है। विधायक के समक्ष स्थानीय लोगों द्वारा प्रमुखता के साथ उठाए इस मामले पर विधायक जिया लाल ने दोनों कंपनियों को तत्काल प्रभाव से सड़क का कार्य करने के साथ-साथ मकानों को सुरक्षित करने हेतू कार्य करने के आदेश भी जारी कर दिए । उन्होंने कहा कि आदेशों को अनसुना करने वाली कम्पनियों के विरुद्ध प्रशासन व सरकार नियमानुसार कार्यवाही करेगा . दरअसल होली नाले के साथ ही दोनों कंपनियों ने मक को डंप किया हुआ था और क्रेट वर्क भी महज औपचारिकता के तौर पर किया हुआ था। सिंतबर माह में हुई वारिश के चलते नाला उफान पर था। नतीजतन मक के भी साथ बहने से यहां पर भारी नुक्सान हुआ। जानकारी के अनुसार बुधवार को भरमौर-पांगी के विधायक होली घाटी के दौरे पर थे। इस दौरान होली स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में उन्होंने जनसमस्याओं को सुना। इस दौरान एडीएम भरमौर पीपी सिंह, डीएफओ सन्नी वर्मा, आईपीएच के सहायक अभियंता रंजीत राणा और सहायक अभियंता पीडब्लयूडी अजय नाग मौजूद रहे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि होली नाले के किनारे पर ही दोनों कंपनियों ने मक डंप किया हुआ था और कामचलाऊ क्रेट वर्क करने के अलावा नाले को भी संकरा कर दिया था। लिहाजा नाले के उफान पर आने के साथ ही बही मक ने होली बाजार समेत सड़क को भारी नुक्सान पहुंचाया। ग्रामीणों का कहना था कि कंपनियों की इस लापरवाही के चलते ही होली बाजार के भवनों को नुक्सान उठाना पड़ा है और अब अन्य मकानों को भी खतरा पैदा हो गया है। जिस पर भरमौर-पांगी के विधायक जिया लाल ने मौके पर ही जीएमआर और ओमएनर्जी कंपनी को सडक का निर्माण करने के साथ-साथ प्रोटेक्शन वर्क करने के आदेश दिए है। विधायक ने दो टूक कहा है कि अगर जल्द कार्य नहीं किया जाता है तो कंपनियों को कार्रवाई के लिए भी तैयार रहना पडेगा। उन्होंने दोनों कंपनियों को स्पष्ट कह दिया है कि लोगों की सड़क और मकानों से संबंधित शिकायत पुन: नहीं आनी चाहिए और प्राथमिकता के आधार पर इस कार्य को किया जाए।