रोजाना24,चम्बा :- स्वस्थ रहने के लिए सात्विक भोजन के महत्व में पुराणों में भी कहा गया है.वहीं चिकित्सक तो बीमारी से लड़ने के लिए बेहतर खानपान को दवाइयों से ज्यादा महत्व देते हैं.यह संतुलित व सात्विक भोजन आज आईजीएमसी शिमला के चिकित्सकों ने महाऋषि बाल्मीकि की जयंती पर आम लोगों को परोसा.आदिकवि बाल्मिकी की जयंती पर आीजीएमसी स्टाफ ने एक भंडारे का आयोजन किया जिसमें संस्थान के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने सृष्टि के प्रथम कवि महाऋषि बाल्मिकी की पूजा कर उनके उपदेशों पर चलने की अपील की.उन्होंने बाल्मिकी के बारे में प्रचलित कहानी का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस प्रकार रत्नाकर नामक डाकू ने ज्ञान प्राप्त कर महाऋषि का दर्जा प्रप्त कर लिया ठीक उसी प्रकार हम इन्सानों को भी उनके पदचिन्हों पर चलते हुए अपने जीवन से पाप कार्य से परिवार का भरण पोषण नहीं करना चाहिए.
इस अवसर पर डॉ जनक राज ने अपने सहयोगी चिकित्सकों के साथ लोगों को खाना परोसा.