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मानव, वन्य जीव में जारी है जंग !

रोजाना24,चम्बा :- भेड़ पालकों व भालुओं के बीच हो रहे संघर्ष को रोक रही जीव विज्ञानी नितिन भूषण की टॉर्च.

हिमाचल प्रदेश के सबसे बडे़ वन्य प्राणी क्षेत्र कुगति व तुंदा में वन्य प्राणी व मानव के बीच बढ़ रहे संघर्ष को रोकने का प्रयास कर रहे भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के जीव विज्ञानी नितिन भूषण पिछले एक वर्ष से यहां सक्रिय हैं.एक वर्ष के कालचक्र में उन्होंने भेड़ पालकों व भालुओं के बीच हो रहे संघर्ष पर विस्तृत अध्ययन किया है.अध्ययन के बाद उन्होंने भेड़ पालकों के रात्री ठहराव (डेरे) के आसपास विशेष प्रकार की टॉर्च फॉक्स लाईट का प्रयोग कर पाया कि जिन रेवड़ों के पास इन फॉक्स लाईट टॉर्च का प्रयोग किया गया था उन रेवड़ों पर किसी भी जंगली जीव ने हमला नहीं किया.जबकि इससे पूर्व हर रेवड़ पर भालुओं के हमले होते रहे हैं.

जीव विज्ञानी नितिन भूषण ने बताया कि वाईल्ड लाईफ कुगति एरिया में भेड़ पालकों के चार ‘गोठ’ में यह लाईटें लगाई गई थीं.इन चारों गोठ में भेड़ बकरियों के रेवड़ पर किसी भी जंगली जीव का कोई हमला नहीं हुआ.उन्होंने कहा कि यह टॉर्च सोलर पैनल द्वारा चार्ज होती है जिसमें अलग अलग रंगों के नौ एलईडी बल्ब लगे हैं.सूर्य की रोशनी मद्दिम होने पर यह यह टॉर्च स्वत: रौशन हो जाती है.टार्च की एलईडी बल्ब के जलने का कोई क्रम निर्धारित नहीं है जिस कारण जंगली जानवरों को महसूस होता है कि हर रोज कोई व्यक्ति उसको देख रहा है इस कारण वे टॉर्च के करीब डेढ किमी के दायरे से बाहर रहते हैं.उन्होंने कहा कि इससे कितना लाभ होगा इसके लिए अभी और परीक्षण किए जाने हैं.

नितिन भूषण ने कहा कि भारत में यह टॉर्च पहली बार प्रयोग की जा रही है.इससे पूर्व इसका प्रयोग आस्ट्रेलिया में ही किया गया है.

उन्होने कहा कि यहां वन्य प्राणी व मानव के बीच संघर्ष का नुक्सान वन्य जीव को ज्यादा उठाना पड़ा है.जिसके लिए कई कारण हैं.जिनमें से अवैध शिकार व लोगों का जागरूक न होना भी एक है.लोगों को वन्य प्राणी के महत्व पर जागरूक बनाने किए जाने की आवश्यकता है.

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