रोजाना24,चम्बा :- रावी ने छीन लिया ऋण लिया स्वरोजगार !
भरमौर क्षेत्र के धनौर गांव के राजिन्दर कुमार ने बैंक से कर्ज लेकर मौन पालन व्यवसाय शुरू किया था .हर वर्ष वे दो चार पेटियां मधुमक्खियों की बढ़ा कर अपना बैंक का कर्ज उतार रहे थे.लेकिन 22 से 24 सितम्बर को हुई बरसात के साथ विद्युत परियोजना के बांध से छोडे़ गए बहाव के कारण उनकी मधुमक्खियों की सब पेटियां बह गईं.
रजिन्दर कुमार बताते हैं कि हर वर्ष की तरह वे मधुमक्खियों को वसन्त का मौसम भरमौर व चम्बा उपमंडल के विभिन्न भागों में रखने के बाद वे राजस्थान की ओर निकलने की तैयारी कर रहे थे.उनकी मधुमक्खियों की 170 पेटियां गुराड़ पंचायत में बग्गा पुल के पार राख की ओर रखी गई थीं.यूं तो अक्सर एक व्यक्ति देख रेख के लिए वहां रहता था लेकिन उस रात मधुमक्खियों को ले जाने के लिए वाहन की व्यवस्था करने गए थे.सुबह लोगों द्वारा पता चला कि रात को बांध का पानी छोड़ने के कारण मधुमक्खियों की सब पेटियां बह गई हैं.उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन व्यवसाय के लिए उन्होनें लोगों व बैंक से भी कर्ज ले रखा है.चूंकि अब उनके पास रोजगार का कोई साधन नहीं बचा इस लिए वे न तो कर्ज चुका पाने की स्थिति में हैं व न ही रोजीरोटी की कोई व्यवस्था हो रही.उन्होंने कहा कि एक एक पेटी पांच से आठ हजार रुपये की थी.इस प्रकार उनका करीब दस लाख रुपये का नुक्रसान हो गया है.उन्होंने कहा कि अब वे सरकार से मुआवजा प्राप्त करने के लिए वे ऑफिस ऑफिस चक्कर काट रहे हैं.
रजिन्दर कुमार ने उपायुक्त चम्बा से मांग की है कि वे उनकी सहायता के लिए जल्द कोई कदम उठाएं.