रोजाना24,चम्बा :- मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध करवाने के मकसद से करीब सौ लंगर सेवा समितियों ने भरमौर प्रशासन से अनुमति ले रखी है.यात्रा के दौरान सब यात्री अपने साथ खाद्य सामग्री लेकर नहीं चलते इसलिए प्रशासन ने लंगर समितियों को सादा,पौष्टिक,व ताजा भोजन यात्रियों को मुहैया करवाने की शर्तों पर लंगर लगाने की अनुमति प्रदान की है.लेकिन अनुमति मिलने के बाद यह लंगर समितियां प्रशासन की शर्तों को नजरअंदाज कर यात्रियों को तला भुना,मिठाइयां,कॉनंटीनैंटल,व मैदा से बने भारी पकवान परोस रहा है.जिस कारण यात्रियों को रास्ते में पेट खराबी,सिर दर्द व फूड पॉयजनिंग जैसी समस्याएं उत्पन हो रही हैं.
नियमों को भूलकर यह लंगर समितियां लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही हैं.गत दिवस मुख्य चिकित्सा अधिकारी युक्ति धर शर्मा ने भी यात्रियों को भारी व वरिष्ठ भोजन दिए जाने की बात स्वीकारी थी.उन्होंने कहा कि हड़सर से मणिमहेश तक खड़ी चढ़ाई है व धन्छो से ऊपर ऑक्सीजन की कमी महसूस होने लगती है.ऐसे में भारी व तेलयुक्त भोजन लोगों का स्वास्थ्य बिगाड़ सकते हैं.यात्रियों को चाहिए कि वे लंगर पर सिर्फ हल्का सुपाच्य भोजन ही स्वीकार करें.अपने स्वाद के लिए भोजन न करके स्वस्थ रहने के लिए संतुलित भोजन करें.
इस संदर्भ में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी पृथीपाल सिंह ने कहा कि उन्होंने खाद्य निरीक्षक को लंगरों में भोजन की गुणवत्ता निरीक्षण के निर्देश दिए हैं ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या न हो.अगर किसी लंगर समिति पर नियमानुसार भोजन नहीं दिया जा रहा हो तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी.लेकिन देखना यह है कि नियमों को ठेंगा दिखाने वालों पर प्रशासन कार्यवाही भी करता है या नहीं.