चम्बा -: मणिमहेश यात्रियों के लिए भरमाणी मार्ग पर नहीं बिजली की व्यवस्था.तीन वर्ष से नहीं जलीं स्ट्रीट लाईटें.
भरमौर में मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले सैकड़ों श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू हो चुकी है और धार्मिक नियमानुसार मणिमहेश यात्रा से पूर्व भरमाणी माता मंदिर में स्नान को आवश्यक माना जाता है.इसी नियम को अपनाते हुए श्रद्धालु भरमाणी माता मंदिर जाते हैं.चूंकि भरमाणी माता मंदिर मुख्यालय से पैदल मार्ग द्वारा मात्र दो किमी की दूरी पर है इसलिए श्रद्धालु इस मार्ग पर रात को भी यात्रा करते हैं.लेकिन विडम्बना यह है कि बीते दो वर्षों से इस मार्ग पर लगी स्ट्रीट लाईटें नहीं जली हैं.जिस कारण यात्रियों को जंगली जानवरों के अलावा पहाड़ी रास्ते से गिरने की भी सम्भावना बनी रहती है.दो वर्ष पूर्व में इसी मार्ग पर अंधेरा होने के कारण गिरने से एक श्रद्धालु की मृत्यु हो गई थी.
लोगों का कहना है कि भरमाणी माता मंदिर में करोड़ों का चढ़ावा चढ़ता है इसके बावजूद इस देवीय स्थान के रास्ते पर स्ट्रीट लाईट नहीं जल रही जोकि बेहद शर्मनाक है.
इस संदर्भ में भरमाणी माता मंदिर विकास कमेटी के प्रधान मुंशी राम व सचिव कुलदीप ठाकुर का कहना है कि मणिमहेश न्यास ने उनके द्वारा करवाए जा रहे मंदिर विकास कार्यों के लिए अर्जित करने वाले आय के साधनों पर बेवजह ही रोक लगा रखी है.वहीं न्यास स्वयं भी दान पात्रों को स्थापित नहीं करता जिस कारण चढ़ावे की राशी का मंदिर विकास कार्यों खर्च नहीं हो रहा.
वहीं ग्राम पंचायत प्रधान अंजना ठाकुर ने कहा कि मंदिर से अर्जित हो रही करोड़ों की धनराशी कोई और ही डकार रहा है लेकिन बदले में मंदिर मार्ग के लिए बिजली की व्यवस्था तक नहीं की जा रही.
इस संदर्भ में जानकारी प्राप्त करने के लिए विद्युत विभाग के सहायक अभियंता विक्रम शर्मा को दो बार फोन के माध्यम से सम्पर्क साधने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन ही नहीं उठाया.